दूध में इंसुलिन बना रही ये खास गाय

City24News@ भावना कौशिश
नई दिल्ली। वैज्ञानिकों ने डायबिटीज के खिलाफ लड़ाई में एक बड़ी सफलता हासिल की है। इलिनोइस यूनिवर्सिटीके पशु वैज्ञानिक मैट व्हीलर के नेतृत्व में शोधकर्ताओं ने एक ऐसी जेनेटिकली मोडिफाइड गाय तैयार की है, जिसके दूध में मानव इंसुलिन पाया गया है।
दूध के विश्लेषण में पाया गया कि उसमें मानव प्रोइंसुलिन और इंसुलिन के समान आणविक भार वाले प्रोटीन मौजूद हैं। इसके अतिरिक्त, शोध से यह भी संकेत मिलता है कि गाय का दूध प्रोइंसुलिन को इंसुलिन में भी परिवर्तित कर सकता है। हालांकि अभी उत्पादन का स्तर कम है, लेकिन शोधकर्ताओं का मानना है कि इस तकनीक में बड़े पैमाने पर उत्पादन की काफी संभावना है।
अध्ययन के लेखकों के अनुसार, ट्रांसजेनिक गायों के दूध में पुनः संयोजक प्रोटीन का उत्पादन एक रोमांचक प्रणाली है। दूध में मौजूद प्रोटीएज (प्रोटीन को तोड़ने वाले एंजाइम) इस प्रक्रिया में अहम भूमिका निभा सकते हैं। ये प्रोटीएज प्रोसेसिंग में मदद कर सकते हैं और पुनः संयोजित प्रोटीन को कार्यात्मक प्रोटीन में बदल सकते हैं। वहीं, कुछ दूध प्रोटीएज पुनः संयोजित प्रोटीन को नष्ट भी कर सकते हैं। यह शोध दुनिया भर में डायबिटीज रोगियों के लिए इंसुलिन की आपूर्ति को स्थिर और संभावित रूप से अधिक किफायती बनाने के लिए एक नया रास्ता खोलता है।
इंसुलिन क्या है?
इंसुलिन एक तरह का हॉर्मोन है जो हमारे शरीर में अग्नाशय (पैंक्रियाज) नाम के अंग द्वारा बनाया जाता है। यह शरीर में रक्त शर्करा (ब्लड शुगर) के स्तर को नियंत्रित करने में अहम भूमिका निभाता है। आसान शब्दों में कहें तो, हम जो भी खाते-पीते हैं उसमें से शरीर को ऊर्जा मिलती है। यह ऊर्जा मुख्य रूप से ग्लूकोज (रक्त शर्करा) से प्राप्त होती है। भोजन पचाने के बाद ग्लूकोज हमारे रक्तप्रवाह में मिल जाता है। इंसुलिन शरीर की कोशिकाओं को संकेत देता है कि वे ग्लूकोज को अवशोषित कर लें, जिससे शरीर को ऊर्जा मिलती है।(स्रोत: समाचार एजेंसी)
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