सभी अनाजमंडियों में बुनियादी सुविधाएं की जाएं सुनिश्चित: उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा

– उपायुक्त की अध्यक्षता में फसल खरीद प्रबंधों की समीक्षा के लिए बैठक आयोजित ।
– सरसों व गेहूं खरीद को लेकर संबंधित अधिकारियों को दिए जरूरी निर्देश।
– मंडियों में सरसों की खरीद का कार्य 15 मार्च से होगा शुरू
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने कहा कि रबी सीजन की फसलों की खरीद के लिए जिला की सभी अनाजमंडियों में बुनियादी सुविधाएं पूरी तरह से सुनिश्चित की जाएं, ताकि किसानों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। इसके साथ ही अनाजमंडियों में पर्याप्त मात्रा में बारदाने की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए, ताकि खरीद प्रक्रिया में कोई बाधा न आए। किसानों से खरीदे गए गेहूं के भंडारण एवं परिवहन के लिए भी पहले से पुख्ता इंतजाम कर लिए जाएं। मंडियों में सरसों की खरीद का कार्य 15 मार्च से शुरू होगा तथा सरकार ने सरसों के लिए एमएसपी 5 हजार 950 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया हुआ है।
उपायुक्त बुधवार को लघु सचिवालय स्थित कांफ्रेंस हॉल में सरसों व गेहूं फसलों की खरीद संबंधी तैयारियों व प्रबंधों बारे संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने बताया कि जिला की तावड़ू, पुन्हाना, नूंह अनाजमंडी में सरसों फसल की खरीद हरियाणा वेयरहाउस तथा फिरोजपुर झिरका अनाजमंडी में हैफेड एजेंसी द्वारा की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि फसलों की खरीद प्रक्रिया में किसी भी अधिकारी व कर्मचारी की लापरवाही की शिकायत नहीं आनी चाहिए। खरीद के दौरान यह सुनिश्चित किया जाए कि सरसों में किसी भी तरह की मिक्सिंग नहीं होनी चाहिए। सरसों में किसी भी तरह की मिलावट मिलती है तो संंबंधित आढ़ती के खिलाफ विभागीय व कानूनी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि खरीद के दौरान जिला में स्थापित मंडियों में किसानों के समक्ष जैसे बिजली-पानी, शौचालय व टोकन आदि सहित अन्य किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आनी चाहिए। उन्होंने बताया कि किसान निर्धारित शेड्यूल के अनुरूप ही मंडियों में अपनी फसल लेकर आएं। मंडियों में आढ़तियों के पास तिरपाल, इलेक्ट्रिक झरना, वजन, पर्याप्त लेबर और बारदाना सिलने के लिए समुचित संख्या में सिलाई मशीन होनी चाहिए। मंडियों में मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकृत किसानों की फसल ही सरकारी खरीद पर होगी। किसानों की सुविधा के लिए टोकन प्रणाली या अन्य आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया जाए ताकि उन्हें खरीद केंद्रों पर अनावश्यक प्रतीक्षा न करनी पड़े। उन्होंने कहा कि सभी खरीद केंद्रों पर इलेक्ट्रॉनिक तौल मशीनों की जांच समय पर पूरी हो और उनकी सटीकता सुनिश्चित की जाए।
भुगतान प्रणाली को किया जाएगा पारदर्शी और तेज
उपायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि फसल की बिक्री के बाद किसानों के भुगतान में किसी भी प्रकार की देरी न हो और सभी लेन-देन ऑनलाइन व पारदर्शी तरीके से किए जाएं। किसानों को सीधे उनके बैंक खातों में भुगतान किया जाएगा, जिससे किसी भी प्रकार की अनियमितता न हो। किसानों को उनकी फसल का सही मूल्य दिया जाए, इसके लिए खरीद केंद्रों पर नियमित निगरानी की जाए और किसी भी शिकायत को प्राथमिकता के आधार पर हल किया जाए।
संबंधित विभाग समन्वय बनाकर करें कार्य
उपायुक्त ने कहा कि सभी संबंधित विभाग आपसी समन्वय और सहयोग से खरीद संबंधी कार्य करें, ताकि इस वर्ष की सरसों व गेहूं फसलों की खरीद प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी, प्रभावी और किसानों के अनुकूल हो। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे समय-समय पर खरीद केंद्रों का दौरा करें और किसी भी प्रकार की लापरवाही की संभावना को खत्म किया जाए।
बिक्री के बाद फसल का उठान समयबद्ध सुनिश्चित हो
उन्होंने कहा कि अनाजमंडियों में फसल खरीद के बाद फसलों का समय पर उठान होना भी जरूरी है। खरीद के दौरान पर्याप्त संख्या में बारदाना भी होना चाहिए। यदि बारदाना कम पड़ रहा है तो इसके लिए पहले से ही उचित व्यवस्था की जाए। फसल के उठान के लिए पर्याप्त संख्या में ट्रांसपोर्टेशन भी होना चाहिए। खरीद एजेंसी इसके लिए पूरी तैयारी पहले से ही सुनिश्चित करें।
इस बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त प्रदीप सिंह मलिक, एसडीएम नूंह अश्वनी कुमार, एसडीएम तावड़ू संजीव कुमार, एसडीएम पुन्हाना कंवर आदित्य सिंह, डीएसपी हरेंद्र सिंह, जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक केके गोयल, हरियाणा वेयरहाउस कॉर्पोरेशन, हैफेड से जीएम मनोज कुमार तथा अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।