राजस्थान के गुर्जर लोक कलाकारों का अनंगपुर गांव में हुआ जोरदार स्वागत
चौ.मवासी राम की पुण्यतिथि पर लोक कलाकारों ने अपने लोकगीतों से दी उन्हें श्रृद्वांजलि
City24news/ब्यूरो
फरीदाबाद। सूरजकुण्ड में आयोजित तीन दिवसीय गुर्जर महोत्सव में भाग लेने आए राजस्थान और मध्यप्रदेश के गुर्जर लोक कलाकारों का आज अनंगपुर गांव में सत्ते महाशय, ऋषि महाशय, फिरे भड़ाना, भागवत भड़ाना, जगत भड़ाना, रैकी भड़ाना, मनोज महाशय सुबोध महाशय, अनिल भड़ाना, यशपाल भड़ाना, सतपाल भड़ाना, सूरज चौधरी व पम्मी भड़ाना ने जोरदार स्वागत किया। इस मौके पर सुबोध महाशय,सत्ते महाशय और ऋषिपाल महाशय ने गीत गाकर ंबड़े भाग से इस सरादारी के हमने दर्शन पाए है से उनकी आवभगत की। इस मौके पर लोक कलाकारों की टीम ने आर्य समाजी चौ.मवासी राम जी की समाधि स्थल पर पहुंचकर उनकी पुण्यतिथि पर उन्हें नमन किया और अपने लोकगीतों के माध्यम से श्रृद्वांजलि दी। लोक कलाकारों की टीम के मुख्यिा ने कहा कि चौ.मवासी राम गरीबों के मसीहा और उद्वार दिल के इंसान थे। उन्होनें कहा कि चौ.मवासी राम 107 वर्ष का आयु में परमात्मा को प्राप्त हुए लेकिन उन्होनें अपनी पूरी जिन्दगी लोगों की सेवा और समाज की भलाई में लगाया। उन्होनें कहा कि चौ.मवासी राम ने अपने घर का सोना चांदी गिरवी रखकर ना जाने कितनी गरीब कन्याओं का विवाह कराया। इस मौके पर सत्ते महाशय ने कहा कि चौ.मवासी राम ने आर्य समाज के प्रचार के लिए अपना पूरा जीवन लगा दिया तथा वे अपने हर उपदेश में देश की एकता और अखण्डता को सर्वोपरि रखते थे। सत्ते महाशय ने कहा कि चौ. मवासी राम जी के द्वारा दी गई शिक्षा और संस्कारों का ही असर है कि उनकी तीसरी और चौथी पीढ़ी समाज को एक सूत्र में बांधने के साथ साथ भाईचारे की भी मिसाल बनी हुई है और लोगों का कल्याण कर रही है। कार्यक्रम के अंत में आए हुए लोगों को प्रसाद वितरित किया गया।