हर साल 50 लाख लोगों को काटते हैं सांप,1.38 लाख मौत,नहीं फैलेगा जहर
City24news@भावना कौशिश
भारत में हर साल सांप के काटने से लाखों लोगों की मौत होती है। कुछ कम जहरीले सांप के काटने से जान बच जाती है, लेकिन कोबरा और किंग कोबरा जैसे अत्यधिक जहरीले सांप के काटने से मौत निश्चित होती है। भविष्य में सांप के काटने से होने वाली मौतों को कम किया जा सकता है, इस दिशा में बेंगलुरु स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (IISc) के वैज्ञानिकों ने एक सिंथेटिक ह्यूमन एंटीबॉडी तैयार की है, जो विभिन्न प्रकार के सांपों द्वारा उत्पादित घातक विष को निष्क्रिय कर सकती है।
ऐसा माना जाता है कि सबसे ज्यादा घातक सांप कोबरा, किंग कोबरा, क्रेट और ब्लैक माम्बा आदि हैं जिनका जहर सबसे खतरनाक होता है। साइंस ट्रांसलेशनल मेडिसिन में प्रकाशित अध्ययन में वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि इस एंटीबाडी का असर मौजूदा एंटीवेनम (जहर का असर खत्म करने वाला पदार्थ) की तुलना में लगभग 15 गुना अधिक पाया गया।
सांप के जहरीले विष से मिलेगी सुरक्षा
सांप के जहर को बेअसर करने के लिए इस एंटीबॉडी को ठीक उसी तर्ज पर तैयार किया गया है जैसे HIV या COIVD-19 की एंटीबाडी बनाई गई थी। वैज्ञानिकों का मानना है कि ऐसा पहली बार हो रहा है, जब सांप के जहर के उपचार के लिए एंडीबाडी विकसित की जा रही है। यह विभिन्न तरह के सांपों के जहर से लोगों की सुरक्षा कर सकता है।
भारत में सांप के काटने से 1.38 लाख तक मौत
WHO का अनुमान है कि भारत में हर साल लगभग 5 मिलियन लोगों को सांप काटते हैं जिससे 2.7 मिलियन लोगों में जहर फैल जाता है। हर साल 81,000 से 138,000 के बीच मौतें होती हैं। सांप के जहर के कारण लगभग 400,000 लोगों के अंग काटने पड़ते हैं।
एंटीबॉडी का चूहों पर हुआ सफल परीक्षण
वैज्ञानिकों ने एंटीबाडी विकसित करने के लिए चूहों पर परीक्षण किया गया। जिन चूहों को केवल जहर दिया गया था, वो 4 घंटे के भीतर मर गए लेकिन जिन्हें एंटीबॉडी का मिश्रण दिया गया था, वो पूरी तरह से स्वस्थ और जीवित रहे।
अगर सांप काट ले तो क्या करें
- सबसे पहले इमरजेंसी पर कॉल करें
- प्रभावित हिस्से को साबुन और पानी से धोएं
- काटने वाले हिस्से को साफ कपड़े से कसकर बांध दे
- मेडिकल हेल्प नहीं आने तक आराम की स्थिति में लेटें या बैठें
- जहर को मुंह से निकालने की कोशिश न करें
- बर्फ न लगाएं और घाव को पानी में न डुबोएं
- दर्द निवारक के रूप में शराब का सेवन न करें