ज़िला कांग्रेस मुख्यालय नूँह पर कांग्रेसियों ने नेहरू को किया याद
City24news/अनिल मोहनीया
नूँह | ज़िला कांग्रेस मुख्यालय नूँह पर भारत के प्रथम प्रधानमंत्री भारत रत्न पंडित जवाहर लाल नेहरू की पुण्यतिथि पर उन्हें ख़िराज ए अकीदत पेश की गई। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इस दौरान उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए उन्हें आधुनिक भारत का निर्माता कहा। वक्ताओं ने मुख्य रूप से कहा कि नेहरु भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक प्रमुख नेता थे और उन्होंने गांधी के साथ मिलकर ब्रिटिश शासन के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी। उनका योगदान स्वतंत्रता प्राप्ति में महत्वपूर्ण रहा, जिसे आज भी याद किया जाता है।वहीं कांग्रेस विधायक दल के उप नेता आफ़ताब अहमद ने जारी अपने संदेश में कहा कि स्वतन्त्र भारत के प्रथम प्रधानमन्त्री का पद संभालने के बाद उन्होंने आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक सुधारों के एक महत्त्वाकांक्षी योजना की शुरुआत की। मुख्यतः, एक बहुवचनी, बहु-दलीय लोकतन्त्र को पोषित करते हुए, उन्होंने भारत के एक उपनिवेश से गणराज्य में परिवर्तन होने का पर्यवेक्षण किया। विदेश नीति में, भारत को दक्षिण एशिया में एक क्षेत्रीय नायक के रूप में प्रदर्शित कर निरपेक्ष आन्दोलन में एक अग्रणी भूमिका निभाई।
विधायक आफ़ताब अहमद ने अपने संदेश में कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री नेहरु ने भारत को एक उदार और पूर्वांचल क्षेत्रों की उपजाऊ भूमि में बदलने के लिए कई कदम उठाए। उन्होंने इस क्षेत्र की विकास योजनाओं को प्रोत्साहित किया और कृषि, उद्योग, और अन्य क्षेत्रों में नए परियोजनाओं की शुरुआत की, जिससे भारत तरक्की के ओर बढ़ा। उन्होंने भारत के और चीन के बीच “पंचशील” नामक साक्षरता साधने का समझौता किया, जो दोनों देशों के बीच शांति और सहयोग की भावना को बढ़ावा देने का उद्देश्य से की गयी थी।नेहरु ने प्रौद्योगिकी और शिक्षा में प्रगति को प्रोत्साहित किया और भारत में नई ऊंचाइयों को प्राप्त करने के लिए कई शिक्षा संस्थानों और विज्ञान संस्थानों की स्थापना की। भारतीय नदियों पर प्रोजेक्ट्स को प्रोत्साहित किया और उन्होंने भारतीय नौसेना का विकास किया। जवाहरलाल नेहरु ने अपने कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण नदी परियोजनाएं और नौसेना विकास की पहलूओं का प्रबंधन किया। उन्होंने इन परियोजनाओं के माध्यम से भारत के सामाजिक और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने का प्रयास किया। भाखरा-नंगल परियोजना, हीरकुण्ड डैम परियोजना, नव रास्त्रीय नौसेना, चिल्का झील का विकास का आज तक भारत को फायदा मिल रहा है।पंडित जवाहरलाल नेहरु का योगदान भारतीय राजनीति और समाज के विकास में अद्वितीय रहा है।
इस दौरान हसन सत्पुतियाका, इल्यास सालाहेड़ी, मौलवी जाहिद, शमीम रहनिया, जुबैर घासेड़ा, मोइन घासेड़ा, जहीर बड़वा, शहजाद, अनीश खेड़ला, ताहिर व अन्य कांग्रेस जन मौजूद रहे।