अशोक कुमार पुलिस महानिरीक्षक दक्षिण मण्ड़ल, रेवाडी ने कार्यालय पुलिस अधीक्षक नूंह में अपराध एवं कानून व्यवस्था के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक में दिए आवश्यक दिशा-निर्देश
कार्यालय पुलिस अधीक्षक नूंह में गार्ड ऑफ ऑनर एवं पुष्प गुच्छ से किया आईजी अशोक कुमार का स्वागत
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह । आईजी दक्षिण मण्ड़ल रेवाड़ी अशोक कुमार के जिला नूंह मे आगमन पर कार्यालय पुलिस अधीक्षक नूंह परिसर में भव्य गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया । पुलिस अधीक्षक नूंह विजय प्रताप ने आईजी अशोक कुमार का पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया ।
पुलिस महानिरीक्षक दक्षिण मण्ड़ल, रेवाडी अशोक कुमार ने आज कार्यालय पुलिस अधीक्षक नूंह में पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ पहली समीक्षा बैठक की । बैठक में अपराध, कानून एवं व्यवस्था व अन्य मुद्दों से संबंधित विषयों की समीक्षा की गई । बैठक में पुलिस अधीक्षक नूंह विजय प्रताप, सहायक पुलिस अधीक्षक नूंह सोनाक्षी सिंह, उप-पुलिस अधीक्षक मुख्यालय नूंह अजायब सिंह, उप-पुलिस अधीक्षक फिरोजपुर झिरका सुरेन्द्र सिंह, उप-पुलिस अधीक्षक नूंह सुरेन्द्र कीन्हा, उप-पुलिस अधीक्षक पुन्हाना प्रदीप कुमार तथा उप-पुलिस अधीक्षक तावडू मुकेश कुमार सहित सभी प्रबन्धक थाना, चौकी प्रभारी, सीआईए/स्टाफ प्रभारी व सभी शाखा ईन्चार्ज कार्यालय पुलिस अधीक्षक नूंह मौजूद रहे ।
पुलिस महानिरीक्षक दक्षिण मण्ड़ल, रेवाडी अशोक कुमार ने सभी थाना प्रबंधक व अधिकारियों से उनके क्षेत्र में हो रहे अपराध की जानकारी प्राप्त की और अपराध पर अंकुश लगाने व अपराधियों की धर-पकड़ के सख्त निर्देश दिए । उन्होंने कहा कि पुलिस-पब्लिक संबंधों को बेहतर बनाकर तथा थाना एरिया में विभिन्न जगहों पर नाके व गश्त को प्रभावी ढंग से करके अपराध को रोका जा सकता है । गश्त में किसी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए । उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की आपराधिक वारदात घटित होने पर सभी अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का मौका मुआयना करें तथा अपराधी की जल्द से जल्द धरपकड़ कर उसे सलाखों के पीछे पहुंचाए ताकि आमजन में पुलिस के प्रति विश्वास सुदृढ़ हो और वह सुरक्षित महसूस कर सकें । पुलिस अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जो केस काफी समय से लंबित हैं उनकी समीक्षा करें तथा उनमें देरी के कारण जानकार उसका तुरंत समाधान करें तथा 01 साल से अधिक वाले मामलों में त्वरित कार्रवाई करें । इसके साथ ही उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ता के साथ विनम्र व्यवहार किया जाए ।
थाने में आने वाले हर व्यक्ति की सुनवाई हो और उसकी शिकायत पर तुरंत निष्पक्ष एवं न्यायोचित कार्रवाई की जाए । पीड़ित के केस में किसी प्रकार की लापरवाही ना बरतें । हत्या, दुष्कर्म, लूट, डकैती व साईबर अपराध जैसे जघन्य अपराधों में अपराधियों के खिलाफ तुरंत एक्शन ले तथा संदिग्ध मामलों में थाना व चौकी प्रभारी अपने उच्च अधिकारियों को तुरंत सूचित करें । उन्होंने आपराधिक आंकड़ों के साथ-साथ स्थानीय एवं विशेष प्रावधानों के तहत आपराधिक गतिविधियों की रोकथाम करना, लंबित उदघोषित अपराधी, बेल जंपर, मोस्ट वांटेड तथा आपराधिक गिरोह में शामिल दोषियों की धरपकड़ के लिए की गई कार्रवाई, मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त दोषियों की संपत्ति को अटैच करने की कार्रवाई, दर्ज आपराधिक मामलों की जांच पड़ताल की कार्रवाई, चिन्हित अपराधों की रोकथाम के लिए निगरानी, मादक एवं नशीले पदार्थों, जुआ सट्टा, अवैध शराब की तस्करी तथा अवैध असला को पकड़ने के लिए चलाए गए विशेष अभियान के दौरान की गई कार्रवाई की समीक्षा की तथा अपराध की दृष्टि से संवेदनशील एरिया में पुलिस की मौजूदगी एवं निगरानी इत्यादि विषयों पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गई ।
आईजी अशोक कुमार ने बैठक में मौजूद पुलिस अधिकारियो को निर्देश देते हुए कहा कि अनुसंधान के दौरान मामलें की हर पहलू से जांच करे । अपराधियों की धरपकड़ के अतिरिक्त कानून व्यवस्था, यातायात व्यवस्था व अन्य सामान्य ड्यूटियों के दौरान भी आधुनिक तकनीकों का प्रयोग किया जाए । नाकाबन्दी के दौरान वाहनों की गहनता से जांच की जाए । उन्होंने कहा कि संगीन किस्म के अपराधों से जुड़ी शिकायतों की गहनता से जांच करके त्वरित कार्रवाई की जाए । इसके अलावा नशा तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाए । उन्होंने जिला के मोस्टवांटेड इनामी अपराधियों को पकड़ने के लिए गम्भीरता से कार्यवाही करने के निर्देश दिए । उन्होंने आर्म्स एक्ट, एनडीपीएस एक्ट व जघन्य किस्म के मामलों की गहनता से जांच करने व केस की तह तक जाने व सोर्स का पता लगाने के निर्देश दिए ताकि अपराधियों के नेटवर्क का पता चल सके व प्रभावी कार्रवाई कर अपराध की पुनरावृति को रोका जा सके । उन्होंने कहा कि अपराध की रोकथाम के लिए निरंतर गश्त करें । दुष्चरित्र एवं असामाजिक शरारती तत्वों पर निगरानी रखें तथा उनके खिलाफ निवारक कार्यवाही करें । आदतन अपराधियों व उनके सहयोगियों को जो जेल से बाहर आए उन पर निगाह रखी जाए । सभी थाना प्रबंधकों, चौकी प्रभारियों को अपने-अपने एरिया के सभी बदमाशों/ अपराधियों के संबंध में पूरी जानकारी रखें व सरकारी गाड़ियों (पीसीआर, राईडर इत्यादि) की नियमित रुप से साफ सफाई रखने, बैंक, एटीम व ज्वैलर्स दुकानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने बारे भी आदेश दिये । आपराधिक मामलों की समीक्षा करके उन पर अंकुश लगाने के साथ-2 भ्रष्टाचार पर भी पूर्ण रुप से अंकुश लगाने के दिशा निर्देश के साथ ही बैठक का समापन किया गया ।