वीर हसन खाँ मेवाती अपने युग के अनमोल रतन थे- डॉ राकेश शर्मा
City24news@अनिल मोहनियां
नूंह | मेवात अध्ययन केंद्र नूह के तत्वाधान मे श्री शांतिसागर कन्या महाविद्यालय, फिरोजपुर झिरका में शहीद हसन खाँ मेवाती के बलिदान पर एक श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया । जिसमे मुख्य अतिथि डॉ. राकेश शर्मा, क्षेत्रीय संगठन सह-सचिव, राजस्थान क्षेत्र,अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना, नई दिल्ली रहे I उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि वीर हसन खाँ मेवाती अपने युग का अनमोल रतन था जिसमें देशप्रेम, स्वाभिमान, प्रशासकीय कौशल, साहित्यिक रूचि और धार्मिक साहिष्णुता कूट कूट कर भरी हुई थी। देशप्रेम के समक्ष कोई भी अन्य आकर्षण वीर हसन खाँ को स्वीकार्य नहीं था और उनका स्पष्ट सिद्धांत था पहले मुल्क और बाद में मजहब या अन्य कुछ। शहीद हसन खाँ मेवाती का मत था कि वह एक विदेशी आक्रांता बाबर का समर्थन वह जीते जी नहीं कर सकता उसके लिए मातृभूमि की रक्षा सर्वप्रथम थी इसलिए राणा सांगा के सेनापति के तौर पर नेतृत्व किया और अपने प्राणों को न्योछावर किया।
कार्यक्रम में मेवात अध्ययन केंद्र नूह के संरक्षक श्याम सुंदर ने मेवात अध्ययन केन्द्र द्वारा किए जा रहे कार्यो को रेखांकित करते हुए कहा हमे अपनी गौरवशाली सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करते हुए राष्ट्र के विकास मे रचनात्मक योगदान देना होगा और मेवात में फैली विभिन्न प्रकार की गलत धारणाओं एवं साइबर अपराध, बाल विवाह, नशा आदि को समाज से खत्म करना होगा और अपने सांस्कृतिक मूल्यों को आधार बनाकर सुशिक्षित मेवात के लिए मिलकर कार्य करने की जरूरत है I
वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता जैन बीएड कॉलेज के प्राचार्य डॉ देवदत मिश्रा ने की तथा महाविद्यालय 80 से अधिक छात्राओं ने कार्यक्रम में भाग लिया तथा प्राध्यापक सुमन चुटानी, वीरेंद्र सोनी, अथर्वण, रजनीश गुप्ता, काजल रानी, नवीन शर्मा और संजीदा उपस्थित रहे I