कुश्ती महाकुंभ’ गोरखपुर में लहराया उत्तराखंड का परचम 6 मैडल जीते

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कोच आकाश के शानदार नेतृत्व की हर तरफ हो रही तारीफ
City24news/ब्यूरो
हरिद्वार। गोरखपुर में आयोजित 16 से 20 नवंबर तक पांच दिवसीय 68वीं राष्ट्रीय स्कूल गेम्स “कुश्ती महाकुंभ” में महिला कोच प्रीति सैनी एवं कोच आकाश टीम मैनेजर गजेंद्र सिंह के नेतृत्व में कुल 6 मेडल, जिसमें एक गोल्ड दो सिल्वर, तीन ब्राॅउंज मेडल उत्तराखंड की टीम ने प्राप्त किए हैं और यह टीम 21 नवंबर को उत्तराखंड पहुंचेगी जहां इस टीम का जोरदार स्वागत किया जाएगा।

जानकारी के लिए बता दें कि पहली बार उत्तराखंड को राष्ट्रीय स्तर पर 6 मैडल प्राप्त हुए जोकि प्रदेश के लिए गौरव की बात है।

जानकारी के लिए बता दें कि  उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में चल रही 68वीं राष्ट्रीय स्तरीय स्कूल खेल कुश्ती प्रतियोगिता, जो 16 नवंबर से 20 नवंबर तक रही में विभिन्न वर्गों में इस बार उत्तराखंड के खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन की बदौलत समूचे खेल जगत का ध्यान अपनी ओर खींचा। राष्ट्रीय स्तर की इस प्रतियोगिता में पुरुष वर्ग में शुभ ने गोल्ड, नीरज ने सिल्वर, रिषभ ब्राॅउंज एवं महिला वर्ग में निशा और अंशिका ने सिल्वर, और आर्या ने ब्राॅउंज मेडल प्राप्त किया। इन खिलाडियों ने कडे परिश्रम की बदौलत अपनी अद्वितीय प्रतिभा से उत्तराखंड का गौरव बढ़ाया है।

निशा भारद्वाज ने 58 किलोग्राम भार वर्ग में हरियाणा की पहलवान तनुष्का को हराकर सिल्वर मेडल प्राप्त किया।और अंशिका ने 50 किलोग्राम भार वर्ग में पंजाब की पहलवान सिमरन को हराकर सिल्वर मेडल प्राप्त करके अपने राज्य और परिवार का नाम रोशन किया है। इन दोनों खिलाड़ियों की उपलब्धि से उत्तराखंड के कुश्ती जगत में और सभी खेल प्रेमियों के बीच उत्साह की लहर दौड़ गई है।

खिलाडियों की सफलता ने केवल उनके परिवार ही नहीं, बल्कि हर उस खेल प्रेमी के चेहरे पर मुस्कान बिखेर दी है जो भारत में कुश्ती के उभरते सितारों को आगे बढ़ता देखना चाहता है। राष्ट्रीय स्तर का यह आयोजन हर वर्ष नए-नए खिलाड़ियों की प्रतिभा को मंच प्रदान करता है, और इस बार निशा एवं अंशिका व आर्या के प्रयास ने इसे उत्तराखंड के लिए यादगार बना दिया है।

…टीम मैनेजर गजेंद्र सिंह ने बताया कि हमारे सभी खिलाड़ियों की सफलता के पीछे उनके कठोर परिश्रम और खेल के प्रति समर्पण ही उनकी सफलता की कुंजी है। हमारी टीम के बच्चे समय के पाबंद रहे, नियमित अभ्यास करते रहे और एक दूसरे का उत्साह बढ़ाते रहे। मुझे गर्व है की उत्तराखंड की सरकार पर जिसने मुझे इस टीम के साथ राष्ट्रीय स्तर की कुश्ती प्रतियोगिता के लिए चुना।गोरखपुर पहुंचकर भी किया नियमित अभ्यास: आकाशउत्तराखंड की टीम का प्रतिनिधित्व कर रहे एनआईएस कोच आकाश ने बताया कि हमारे खिलाड़ियों ने कभी भी अपना नियमित अभ्यास नहीं छोड़ा है हम यहां पर 15 नवंबर को पहुंच गए थे और हमारे बच्चों के गेम्स अलग-अलग भार वर्ग में और अलग-अलग दिन गेम्स थे, लेकिन हमने खिलाडियों को नियमित अभ्यास सुबह शाम कराया, जिसकी वजह से हमें यह सफलता मिली। 

अब उत्तराखंड की लडकियां भी लडकों से कम नहीं: प्रीति सैनीउत्तराखंड की महिला टीम का प्रतिनिधित्व करने आई महिला को प्रीति सैनी ने महिला पहलवानों की सफलता के बारे में बताया कि जिन लड़कियों का वजन अपने भार वर्ग से ज्यादा था उन्होंने अपने आप को फिट करने के लिए दिन में तीन-तीन बार अभ्यास किया। महिला पहलवान निशा, अंशिका, आर्या, ने कठिन प्रशिक्षण सत्रों एवं कड़ी मेहनत के चलते ये उपलब्धियां हासिल की है। निशा और अंशिका बनेंगी उत्तराखंड की प्रेरणा: अक्षय राठीहरिद्वार स्पोर्ट्स एकेडमी में नियमित अभ्यास करा रहे कुश्ती कोच अक्षय राठी के अनुसार इन बच्चों की लगन और संघर्ष ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया है। यह पदक न केवल उनकी सफलता है, बल्कि हर उस व्यक्ति की प्रेरणा है जो अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कड़ा परिश्रम करता है। प्रतियोगिता के दौरान खिलाड़ियों ने जिस तरह का अद्वितीय प्रदर्शन किया है वह अविस्मरणीय है। अक्षय राठी ने बताया कि निशा और अंशिका की सफलता अन्य खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी, जो आने वाले वर्षों में इस तरह की राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेने की इच्छा रखते हैं। कोच अक्षय राठी ने बताया कि अब इनमें से कुछ पहलवानों के खेलो इंडिया के लिए अगले वर्ष जाने की संभावना है।

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