चीता फोर्स गौरक्षकों नाकाबंदी देख गौतस्कर गौवंश सहित गाड़ी छोड़कर हुए फरार
समाचार गेट/हरिओम भारद्वाज
होडल | बीती रात रात बेढ़ा गांव की तरफ से एक वैगनआर गाड़ी में गौतस्करों द्वारा गौरक्षकों और पुलिस से अपने आप को घिरते देख गाड़ी को बीचोंबीच सड़क पर छोड़ खेतों के रास्ते भागने में सफल हो गए। गौरक्षकों को सूचना मिली थी कि एक वैगनआर गाड़ी में गौतस्करों द्वारा गौवंश भरकर गांव बेढ़ा पट्टी की तरफ से होडल के रास्ते मेवात को जा रही है। सूचना मिलने पर चीता फोर्स होडल व पुलिस द्वारा संयुक्त रूप से नाका बन्दी की गई। गौतस्कर गौरक्षकों व पुलिस को देख गाड़ी को पहले ही सड़क पर छोड़ कर जंगलों में अन्धेरे का फायदा उठा कर भाग गये। गाड़ी की जांच करने पर गाड़ी में 2 गौवंश मिले जिन्हें नजदीकी होडल चौबीसी गौशाला में सुरक्षित उतरवा दिया गया।चीताफोर्स के अध्यक्ष भगतसिंह रावत ने बताया कि आजकल गौतस्कर तस्करी में बड़ी गाड़ियों ट्रक आदि का इस्तेमाल ना करके छोटी सवारी गाड़ियों का ज़्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं जैसे कि स्विफ्ट, ब्रेजा, ईको, वैगनार, सेंट्रो, स्कॉर्पियो आदि गाड़ियों का आजकल बहुत ज्यादा यूज हो रहा है। रावत ने बताया कि गौतस्करों में काननू नाम का कोई भय नहीं है।आचार संहिता लगी होने के बाद भी अवैध हथियारों को भी साथ लेकर चल रहे हैं। इस अवसर पर भगत सिंह रावत के साथ हरेन्द्र, लोकेश, जीतू, योगेश, महेश, शैलेन्द्र हिन्दू, पवन बैंसला, विष्णु, शिवा आदि मौजूद थे।