50 लाख की फिरौति मांगने के दूसरे आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार 

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City24news@सुनील दीक्षित 

कनीना | सेहलंग में संचालित निजी शिक्षण संस्थान बंद करवाने की धमकी देकर आरटीआई की एवज में 50 लाख रूपये की फिरौति मांगने के दूसरे आरोपी प्रेम कुमार को सीआईए पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया | उसके बाद पुलिस ने आरोपी को एसडीजेएम कोर्ट कनीना में पेश किया। जहां कोर्ट ने गंभीरता पूर्वक दोनों पक्षों की दलीले सुनकर उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। पुलिस के अनुसंधान अधिकारी ने बताया कि फिरौती मांगने के एक आरोपी प्रदीप कुमार को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है, जिसकी ज़मानत स्वीकृत हो चुकी है |आरोपी द्वारा संचालित एनजीओ सम्बंधी दस्तावेत, खाते की जानकारी तथा आरटीआई दस्तावेज, मोबाईल व रिकार्डिंग सम्बंधी डिवाइस कब्जे में लिया जा चुका है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि प्रेम कुमार की लोकेशन सर्विलांस पर लगी हुई थी। पीडित पक्ष के अधिवक्ता सुभाष शर्मा ने पत्रकारों को बताया कि प्रदीप कुमार व उसका पिता प्रेम कुमार वासी भडफ ने सेहलंग के शिक्षण संस्थान संचालक हरीश भारद्वाज से 50 लाख रूपये की फिरौति मांगी थी जिसकी ऑडियो तथा वीडियो रिकार्डिंग पुलिस को उपलब्ध कराई गई थी। पीडित हरीश भारद्वाज ने बताया कि आरोपी प्रदीप कुमार वासी भडफ अपने आप को आरटीआई एक्टिविस्ट बताता था। जिसे माननीय कोर्ट ने  4 दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा था। भारद्वाज ने बताया कि आरटीआई के नाम पर प्रदीप कुमार व उसके पिता प्रेम कुमार वासी भडफ ने उनसे 50 लाख रूपये की मांग की थी, नहीं देने पर संस्थान बंद कराने की धमकी  भी दी थी। उन्प्होंने कहा कि आरोपी प्रदीप कुमार एक शरारती किस्म का व्यक्ति है जो आरटीआई अधिनियम के तहत आवेदन दायर कर संस्थानों को ब्लैकमेल करने की नियत रखता है। उन्होंने अनेकों अधिकारियों, कर्मचारियों,निजी संस्थानों, चिकित्सकों तथा नगरपालिका आदि की आरटीआई लगाकर, भय दिखाकर ब्लेकमेल करने की मंशा रखी। उनके द्वारा *जनता जन सेवक* नामक एनजीओ चलाया जा रहा है। उनके बैंक खाते की भी जांच की गई। इस एनजीओ के खाते में ब्लैकमेल से मिलने वाली राशि डाली जाती थी।

सीआईए टीम इंचार्ज अमरदीप ने बताया कि स्कूल संचालक हरीश भारद्वाज से 50 लाख की फिरौति मांगने के दूसरे आरोपी प्रेम कुमार से आरटीआई के दस्तावेज,  मोबाइल डिवाइस आदि बरामद किए गए हैं | न्यायालय ने आरोपी को 14 दिन कि न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।

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