धन के अभाव में किसी विद्यार्थी की पढ़ाई न रुके यही हमारा सबसे बड़ा उद्देश्य- डॉ. राज नेहरू
City24news@ज्योति खंडेलवाल
पलवल। कॉन्सेंट्रिक्स कंपनी श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को एक करोड़ रुपए की एपीजे अब्दुल कलाम कॉन्सेंट्रिक्स स्कॉलरशिप देगी। इस स्कॉलरशिप के लिए आर्थिक रूप से पिछड़े मेधावी विद्यार्थियों का चयन किया जाएगा। साथ ही इस स्कॉलरशिप में दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए विशेष आरक्षण का प्रावधान होगा। इस संबंध में कोंसेंट्रिक्स और श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के बीच एक समझौता हुआ है। कुलपति डॉ. राज नेहरू और कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा ने कॉन्सेंट्रिक्स के इंडिया, आसियान, एएनजेड, डिलीवरी एंड ऑपरेशंस के सीनियर वाइस प्रेजिडेंट डॉ. रवींद्र सिंह राणा और इंडिया डिलीवरी एंड ऑपरेशंस कॉन्सेंट्रिक्स के ग्लोबल वाइस प्रेजिडेंट दीपक वधावन के साथ समझौता पत्र का आदान प्रदान किया।
कुलपति डॉ. राज नेहरू ने इसे कॉन्सेंट्रिक्स की बड़ी पहल बताते हुए कहा कि कॉन्सेंट्रिक्स दुनिया भर में करियर निर्माण के लिए जानी जाती है, लेकिन इस स्कॉलरशिप से जरूरतमंद मेधावी विद्यार्थियों के सफल जीवन का निर्माण होगा। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने बताया कि इन विद्यार्थियों के चयन के लिए मानक बनाए जाएंगे। एक विशेष समिति एपीजे अब्दुल कलाम कॉन्सेंट्रिक्स स्कॉलरशिप के लिए विद्यार्थियों का चयन करेगी। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय के स्किल इनोवेटर्स फाउंडेशन के माध्यम से अधिक से अधिक विद्यार्थियों की मदद का लक्ष्य रखा गया है। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय का प्रयास है कि विश्वविद्यालय की सरकार पर निर्भरता कम की जाए और यह स्वयं वित्तीय संसाधनों को विकसित करे। पीपीपी के माध्यम से भी विश्वविद्यालय में ढांचागत संसाधनों को सुदृढ़ करने पर काम चल रहा है। इससे विश्वविद्यालय स्वावलंबी बनेगा।
कॉन्सेंट्रिक्स के इंडिया, आसियान, एएनजेड, डिलीवरी एंड ऑपरेशंस के सीनियर वाइस प्रेजिडेंट डॉ. रवींद्र सिंह राणा ने कहा कि हमारा उद्देश्य उन विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करना है, जो अपनी मेधा से राष्ट्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। धन के अभाव में कोई भी मेधावी और दिव्यांग विद्यार्थी शिक्षा से वंचित नहीं रहना चाहिए। डॉ. राणा ने कहा कि श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय युवाओं को कौशल प्रदान करने का अद्भुत कार्य कर रहा है। देश को कौशल की आवश्यकता है। इसलिए लगभग एक करोड़ रुपए की एपीजे अब्दुल कलाम कॉन्सेंट्रिक्स स्कॉलरशिप श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को दी जाएगी।
कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा ने कहा कि कॉन्सेंट्रिक्स की यह स्कॉलरशिप जरूरतमंद विद्यार्थियों के सुखद भविष्य का निर्माण करेगी। उन्होंने कहा कि यह स्कॉलरशिप पूरे प्रोग्राम के लिए होगी, इसलिए मेधावी विद्यार्थियो को अपने लक्ष्य तक पहुंचने में मदद मिलेगी। प्रोफेसर ज्योति राणा ने कॉन्सेंट्रिक्स की इस पहल का स्वागत करते हुए कहा कि समाज के प्रति दायित्व निर्वहन की दिशा में यह शानदार कदम है।
इस दौरान श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के शिक्षकों एवं अधिकारियों के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित कार्यशाला का आयोजन भी किया गया। कॉन्सेंट्रिक्स के विशेषज्ञों ने एआई पर आधारित नवीनतम पहलुओं पर महत्वपूर्ण प्रशिक्षण दिया। इस अवसर पर कॉन्सेंट्रिक्स के इंडिया सीएसआर हेड हरीश भारद्वाज और इएसजी डायरेक्टर स्वाति अरोड़ा, विश्वविद्यालय के अकादमिक अधिष्ठाता प्रोफेसर आर एस राठौड़ भी उपस्थित रहे।