विपुल गोयल की पहल पर ऊंचा गांव गौशाला से 300 गौवंश का सुरक्षित स्थानांतरण शुरू

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-चार ट्रकों के माध्यम से चलेगा स्थानांतरण अभियान, साथ रहेंगे तीन पशु चिकित्सक
-शहर को बेसहारा गौवंश से मुक्त कर सुव्यवस्थित बनाने का लिया संकल्प – विपुल गोयल
-फरीदाबाद में और भी गौशालाएं बनेंगी, पूरे शहर में आवारा पशुओं पर होगा नियंत्रण

City24news/ब्यूरो
फरीदाबाद। हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल की पहल से ऊंचा गांव गौशाला से 300 बेसहारा गौवंश को नूंह के संघेल गौशाला में स्थानांतरित करने की प्रक्रिया शुरू हुई है। यह कदम न केवल पशु कल्याण की दिशा में महत्वपूर्ण है, बल्कि शहर की ट्रैफिक समस्या, दुर्घटनाओं और गंदगी जैसी ज्वलंत समस्याओं से भी लोगों को राहत देगा।

ऊंचा गांव गौशाला में थें क्षमता से अधिक गौवंश

फरीदाबाद के ऊंचा गांव स्थित गौशाला में कुल 300 गौवंश की व्यवस्था की क्षमता है। किंतु यहां 500 से अधिक गौवंश रखे जा चुके थे, जिससे न केवल पशुओं की देखभाल में कठिनाई हो रही थी, बल्कि आवश्यक सुविधाओं की भी समस्या उत्पन्न हो गई थी। इस संकट की ओर ध्यान देते हुए कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने, संघेल गौशाला और प्रशासन के साथ मिलकर इन अतिरिक्त गौवंश को सम्मानजनक और सुरक्षित स्थान देने की व्यवस्था शुरू की है।

प्रशासनिक पहल: ट्रकों और पशु चिकित्सकों की तैनाती के साथ शुरू हुआ स्थानांतरण अभियान

विपुल गोयल की पहल पर बल्लभगढ़ पशुपालन एवं डेयरी विभाग ने अधिकारियों की एक विशेष समिति गठित की है जो इस तीन दिवसीय स्थानांतरण अभियान की निगरानी कर रही है। इस अभियान के लिए चार बड़े ट्रकों की व्यवस्था की गई है, जिनमें से प्रत्येक में एक बार में 26 गायों को स्थानांतरित किया जा सकता है।

इस प्रकार लगभग 3 दिनों में 300 गायों को सुरक्षित रूप से नूंह के संघेल गौशाला पहुंचाया जाएगा। विशेष बात यह है कि इस पूरे अभियान के दौरान तीन अनुभवी पशु चिकित्सकों को ट्रकों के साथ भेजा जा रहा है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत इलाज की सुविधा उपलब्ध हो सके।

इस अवसर पर बोलते हुए मंत्री विपुल गोयल ने कहा, “गौवंश हमारी संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है। जब तक ये सड़कों पर बेसहारा घूमते रहेंगे, न तो हम गौसेवा कर पाएंगे और न ही शहर को सुव्यवस्थित रख पाएंगे। इस स्थानांतरण के जरिए हम दोनों लक्ष्यों को साथ-साथ साधने की कोशिश कर रहे हैं।” उन्होंने आगे कहा कि यह केवल एक शुरुआत है। आने वाले दिनों में अन्य गौशालाओं की भी स्थिति का मूल्यांकन किया जाएगा और जहां-जहां जरूरत होगी, वहीं-वहीं व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।

शहर को मिलेगा लाभ – दुर्घटनाएं, ट्रैफिक और गंदगी से मुक्ति

फरीदाबाद जैसे औद्योगिक शहर में आवारा पशुओं की समस्या एक बड़ी चुनौती रही है। सड़कों पर अचानक आ जाने वाले मवेशी न केवल ट्रैफिक जाम का कारण बनते हैं, बल्कि कई बार गंभीर सड़क दुर्घटनाएं भी इन्हीं की वजह से होती हैं। इसके अलावा खुले में गौवंश के रहने से नालियों का अवरुद्ध होना, कूड़े का फैलाव और सार्वजनिक स्थानों की गंदगी आम बात हो गई थी।

इस अभियान से न सिर्फ गौवंश को बेहतर आश्रय मिलेगा, बल्कि फरीदाबाद शहर को भी सुव्यवस्थित, स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण प्राप्त होगा।

विपुल गोयल के विजन से फरीदाबाद में होगी गौसेवा और व्यवस्था का समन्वय

कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने कहा कि हमारा लक्ष्य केवल सड़कों से पशुओं को हटाना नहीं, बल्कि गौसेवा को सुव्यवस्थित करना है। फरीदाबाद जैसे विकसित होते शहर में अगर हम पशु कल्याण को प्राथमिकता देंगे, तभी हम एक समावेशी और संवेदनशील समाज का निर्माण कर सकते हैं।उन्होंने यह भी जानकारी दी कि आने वाले समय में नई गौशालाओं के निर्माण की योजनाएं भी तैयार की जा रही हैं। इससे ना केवल मौजूदा समस्या का समाधान होगा, बल्कि भविष्य में शहर की आबादी के अनुसार योजना बनाना भी संभव होगा।

विपुल गोयल ने इस अभियान के सफल संचालन के लिए स्थानीय प्रशासन, पशुपालन विभाग, और स्थानीय कार्यकर्ताओं का विशेष आभार व्यक्त किया। उन्होंने शहरवासियों से भी अपील की कि वे इस अभियान को समर्थन दें और जहां भी बेसहारा गौवंश दिखाई दे, उसकी जानकारी प्रशासन को दें ताकि उसे उचित स्थान पर स्थानांतरित किया जा सके।

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