कर्तव्य परायणता का दूसरा नाम है राष्ट्रीय सेवा योजना-अशरफ मेवाती
राष्ट्रीय सेवा योजना शिवरों से होता है विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य का निर्माण-अनिल शर्मा
शिविर के दौरान सीखे गए गुणों को जीवन में आत्मसात करेंगे- साहिल एनएसएस वालंटियर
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह । राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय टपकन में आयोजित सात सदस्य राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर के समापन समारोह के अवसर पर एनएसएस वॉलिंटियर्स को संबोधित करते हुए जिला नूँह के राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम समन्वयक अशरफ मेवाती ने कहा कि कर्तव्य परायणता का दूसरा नाम राष्ट्रीय सेवा योजना है क्योंकि जो व्यक्ति अपने कर्तव्यों का निर्वहन ठीक ढंग से करेगा वह राष्ट्र निर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है| हम जानते हैं की प्रत्येक व्यक्ति के मौलिक अधिकार दूसरे व्यक्ति के मौलिक कर्तव्य हैं|यदि हम अपने कर्तव्यों का निर्वहन जिम्मेदारी एवं ईमानदारी के साथ करेंगे तो अन्य व्यक्तियों के अधिकारों का हनन नहीं होगा|शिविर के दौरान कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे विद्यालय के प्रधानाचार्य अनिल शर्मा ने कहा कि मैं स्वयं भी कॉलेज स्तर पर एनएसएस का वॉलंटियर रहा हूं| एनएसएसस शिविरों से विद्यार्थियों के व्यक्तित्व का विकास होता है|शिविरों के दौरान वालंटियर राष्ट्रीय सेवा भावना,आपसी तालमेल,सांप्रदायिक सौहार्द एवं ‘स्वयं से पहले आप’ कथन के गुणों का पालन करते हैं|जिससे उनके व्यक्तित्व मैं निखार आता है| शिविर के दौरान साहिल को बेस्ट बाय वालंटियर तथा गुलफशाँ को बेस्ट गर्ल वॉलंटियर के रूप में स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया| इस अवसर पर विद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी राम किशोर,प्राध्यापक मोहम्मद इब्राहिम,श्रीमती शिक्षा, सरताज अली, सलीम स्पोर्ट्स कोच सहित विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष मोहम्मद इस्माइल तथा निर्वतमान विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष माजिद खान सहित विद्यालय के दर्जनों शिक्षक एवं गांव के सम्मानित व्यक्ति मौजूद रहे।
वहीं तावडू खण्ड के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय हसनपुर के सात दिवसीय राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर के समापन समारोह में खंड शिक्षा अधिकारी तावडू नरेश कुमार ने प्रधानाचार्य सुमन यादव तथा कार्यक्रम अधिकारी पतराम सहित गांव के गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में वॉलिंटियर्स को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर विद्यार्थियों के जीवन में एक क्रांति की तरह काम करते हैं शिविरों से उनमें एक दूसरे के साथ मिलकर रहने,दूसरों के लिए समर्पण-भाव तथा समाज सेवा की भावना के गुणों का विकास होता है।शिविर के समापन समारोह की अध्यक्षता प्रधानाचार्य सुमन यादव ने की।