महावीर मसानी ने जारी किए गए भर्ती विधान की करी तारीफ
City24news@निकिता माधोगड़िया
रेवाड़ी। कांग्रेस नेता महावीर मसानी ने सांसद दीपेंद्र हुड्डा द्वारा जारी किए गए भर्ती विधान की जमकर सराहना की। उन्होंने कहा कि युवा भागीदारी न्याय के तहत हरियाणा के अलग-अलग विभागों में खाली पड़े 2 लाख से ज्यादा पदों पर पक्की, पारदर्शी और समयबद्ध भर्ती करना कांग्रेस का मकसद है। इसके लिए पार्टी द्वारा बाकायदा भर्ती विधान जारी किया जाएगा।
महावीर मसानी ने बताया कि भर्ती विधान के अनुसार सबसे पहले युवाओं को योग्यता अनुसार नौकरी देने के लिए मौजूदा सरकार में जड़ जमाए बैठे पेपर लीक और नौकरियों को बेचने वाले माफिया का सफाया किया जाएगा। कांग्रेस सरकार बनने पर भर्ती संबंधी सभी एजेंसियों व पदाधिकारियों की जिम्मेदारियां निर्धारित होंगी ताकि भर्तियों में किसी भी तरह की अनियमितता की संभावना ना रहे। अगर किसी भर्ती में कोई अनियमितता पाई गई तो इसके लिए सिर्फ बाहरी एजेंसियों को नहीं, बल्कि सीधे तौर पर एचएसएससी-एपीएससी में बैठे अधिकारियों, सदस्यों और चेयरमैन को भी जिम्मेदार माना जाएगा।
समयबद्ध भर्तियां करवाने के लिए हर भर्ती के लिए अलग ओएसडी की नियुक्ति होगी। हर एक भर्ती के फॉर्म के साथ उसका पूरा कैलेंडर भी जारी होगा, जिसमें पेपर व रिजल्ट तक की तारीख लिखी होगी। एचएसएससी, एचएपीएससी के साथ-साथ कैलेंडर की पालना करने की जिम्मेदारी ओएसडी की भी होगी। किसी भी भर्ती की परीक्षा या रिजल्ट एक भी दिन लेट होने पर सीधे ओएसडी की छुट्टी होगी। किसी भी तरह की गड़बड़ी को रोकने को लेकर भर्तियों के लिए अलग कमेटी बनेगी। भर्ती संबंधि शिकायतों के लिए कमेटी की फोन लाइन 24 घंटे सातों दिन खुली रहेंगी।
उन्होंने कहा कि ग्रुप-सी और डी में इंटरव्यू खत्म करने की शुरुआत कांग्रेस कार्यकाल के दौरान हुई थी। ग्रुप-सी और डी में कांग्रेस कार्यकाल के दौरान कोई इंटरव्यू नहीं होगा। ग्रुप-1-2 की भर्तियों के इंटरव्यू में पूर्ण पारदर्शिता लाने के लिए कदम उठाए जाएंगे। क्योंकि आज इंटरव्यू को लेकर अभ्यार्थियों की अनगिनत शिकायतें सामने आ रही हैं। लिखित परीक्षा में टॉप करने वाले अभ्यार्थियों को भी इंटव्यू में कम नंबर देकर भर्ती से बाहर कर दिया जाता है। इसलिए कांग्रेस सरकार के दौरान ऐसी व्यवस्था स्थापित की जाएगी, जो इंटरव्यू में किसी भी तरह के पक्षपात या गड़बड़ की संभावना को खत्म कर सके।
महावीर मसानी ने कहा कि मौजूदा सरकार ने पेपर लीक करने का नया तरीका निकाल लिया है, पेपर कॉपी करना। लेकिन कांग्रेस सरकार बनने पर किसी अन्य भर्ती पेपर से प्रश्न कॉपी करने को भी पेपर लीक की श्रेणी में गिना जाएगा और इसपर भी पेपर लीक जैसी ही कानूनी कार्रवाई होगी। किसी भी भर्ती का पेपर लीक होने पर एजेंसी के साथ-साथ सेक्रेटरी से लेकर पूरे कमीशन की जांच होगी। दूसरी बार पेपर लीक या भर्ती में गड़बड़ी होने की सूरत में पूरे भर्ती कमीशन को बर्खास्त करके पुनर्गठित किया जाएगा।