अल्पमत में हरियाणा की बीजेपी सरकार, आफताब अहमद ने की राष्ट्रपति शासन की मांग

0

City24news/अनिल मोहनियां
 नूंह| अल्पमत में हरियाणा की बीजेपी सरकार, आफताब अहमद ने की राष्ट्रपति शासन की मांग   हरियाणा के सियासी गलियारों में तीन निर्दलीय विधायकों के बीजेपी सरकार से अलग होने के बाद घमासान तेज हो गया है। कॉंग्रेस विधायक दल के उप नेता चौधरी आफताब अहमद ने जिला कॉंग्रेस मुख्यालय नूंह पर प्रेस वार्ता कर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगा कर तुरंत चुनाव की मांग की है। उन्होंने कहा कि जिस तरह तीनों निर्दलीय विधायकों ने लिखकर राज्यपाल को दिया है वैसे ही जजपा के दुष्यंत चौटाला और इनेलो के अभय चौटाला को लिख कर राज्यपाल को देना चाहिए कि वो बीजेपी के साथ नहीं है। कॉंग्रेस के 30, जजपा के 10, 3 निर्दलियों व इनेलो के एक विधायक और निर्दलीय बलराज कुंडू को मिलाकर 45 विधायक बनते हैं जिससे साफ़ है कि सरकार अल्पमत में है।  विधायक आफताब अहमद ने कहा कि प्रदेश का विश्वास तो मनोहर लाल और दुष्यंत सरकार पहले ही खो चुकी थी और अब नायब सैनी की बीजेपी सरकार विधायकों का भी विश्वास खो चुकी है और अल्पमत में आ गई है। इस सरकार को एक दिन भी सत्ता में बने रहने का नैतिक औचित्य नहीं है।  बता दें कि तीन निर्दलीय विधायकों में अपना समर्थन नायब सैनी सरकार से वापस ले लिया है। उनमें चरखी दादरी से विधायक सोमवीर सांगवान ,नीलोखेड़ी से विधायक धर्मपाल गोंदर और पुंडरी से विधायक रणधीर गोलन शामिल हैं। तीनों विधायकों ने नेता प्रतिपक्ष चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा की मौजूदगी में कॉंग्रेस में आस्था जताई है।  दरअसल बीजेपी सरकार के पास जननायक जनता पार्टी से नाता तोड़ने के बाद और अलग होने के बाद 48 विधायकों का समर्थन प्राप्त था। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल और रणजीत चौटाला पहले ही इस्तीफा दे चुके हैं, इसके बाद यह आंकड़ा बीजेपी के पास 46 का रह गया था। तीन निर्दलीय विधायकों के बाद सरकार के पास इस वक्त 43 विधायकों का समर्थन रह गया है जिस कारण सरकार अल्पमत में आ गई है। ऐसे में अगर भविष्य में विधानसभा में विश्वास मत लाया जाता है तब सरकार के लिए मुसीबत की घड़ी खड़ी हो सकती है।  इस दौरान कॉंग्रेस विधायक दल के उप नेता आफताब अहमद के साथ पूर्व विधायक शहीदा खान, पीसीसी सदस्य महताब अहमद आदि मौजूद थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *