आईएमटी में हर साल होता है लाखों का नुकसान
City24news@संजय राघव
सोहना | उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए सोहनाआईएमटीसी रोजका मेव औद्योगिक केंद्रों में बड़ी संख्या में उद्याेग लगाए गए। प्रशासन ने यहां उद्योगपतियो की जरूरत के मुताबिक जमीन दी और योजनाओं का लाभ भी दिया। यहां तक की बिजली से लेकर पानी जैसी सुविधाओं को देने के लिए पर्याप्त व्यवस्थाएं दीं, लेकिन आग लगने की दुर्घटनाओं को रोकने और आग लगने के दौरान पर्याप्त सुरक्षा देने जैसे अब तक कोई कदम नहीं उठाए। इन औद्योगिक क्षेत्रों के उद्योगपतियों से लेकर व्यापारिक संगठनों ने इन क्षेत्राें में अग्निशमन केंद्र स्थापित करने कई बार मांग उठाई, लेकिन हर बार इनकी मांग को कभी बजट तो कभी योजना न होने के नाम पर अनसुना कर दिया गया। अभी कुछ रोज पहले गोंद की फैक्ट्री में लगी भीषण आग लगने के बाद एक बाद फिर औद्योगिक केंद्रों में अग्निशमन केंद्र बनाने की मांग तेज हो गई है।
इसको लेकर उद्योगपति ने एक बैठक का भी आयोजन किया
बैठक में औद्योगिक केंद्रों में चल रही फैक्ट्री की सुरक्षा पर सवाल खड़ा हो गया है। आग की घटनाओं ने निपटने के लिए केंद्रों में कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं है। अभी हाल में आग की घटनाओं के बाद फायर स्टेशन की मांग को फिर बल दिया है। इस बार , उद्योगपतियों से लेकर फैक्ट्री में काम करने वाले कर्मचारियों में रोष है। रोजका मेव औद्योगिक संगठनके अध्यक्ष रतनपाल खटाना ने कहा कि 40 वर्ष भी जाने के बाद भी रोजका मेंव औद्योगिक क्षेत्र में जमीन पर्याय होने के पश्चात भी फायर स्टेशन आज तक नहीं लगाया गया ।जिसका नुकसान काफी समय से उद्योगपति सहन कर रहे हैं। हर साल लाखो रुपए का नुकसान आग कारण हो जाता है
पदाधिकारियों ने एक बार फिर इस मांग पर जोर दिया है। उद्योगपतियों की मांग है कि औद्योगिक केंद्र में आग की घटनाओं से निपटने के लिए अग्निशमन केंद्र बनाएं जाए। यहां पर बड़ी संख्या में छोटे और बड़े उद्योग लगाए गए हैं, जिनमें आग की घटनाओं ने निपटने के लिए कोई इंतजाम नहीं। यहां से सरकार को बड़ी मात्रा में राजस्व मिलता है, इसके बाद भी सालों से की जा रही इस मांग को आज तक पूरा नहीं किया।