वंदे सरदार एकता पदयात्रा को लेकर मेवात में उत्साह, विभिन्न क्षेत्रों के लोगों संग हुई व्यापक चर्चा
–पदयात्रियों के स्वागत, मेवात के वीरों के सम्मान और ऐतिहासिक जयंती समारोहों पर बनी रणनीति
-मुख्य वक्ता मुकेश वशिष्ठ बोले, भाईचारे और सांस्कृतिक समझ को मजबूत करना ही पदयात्रा का उद्देश्य
City24News/अनिल मोहनिया
नूंह | बृहस्पतिवार 27 नवंबर से आरंभ हो रही पदयात्रा को लेकर वंदे सरदार एकता पदयात्रा आयोजन समिति की महत्वपूर्ण बैठक फिरोजपुर झिरका, पिनगवां, पुन्हाना, नगीना और नूंह क्षेत्र में बुधवार को हुई। समिति ने बताया कि हरियाणा के 22 जिलों से आने वाले पदयात्रियों के स्वागत, सम्मान और ठहरने की व्यवस्था कर ली गई है। बैठक में मुख्यमंत्री नायब सैनी के मीडिया समंवयक मुकेश वशिष्ठ मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि वंदे सरदार एकता पदयात्रा का मुख्य उद्देश्य देश-प्रदेश में आपसी भाईचारा बढ़ाना, विभिन्न संस्कृतियों को जोड़ना और राष्ट्रीय एकता की भावना को मजबूत करना है। मेवात की छवि को बदलना और मेवाती वीरों को याद करना है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह पदयात्रा केवल एक सामाजिक अभियान नहीं, बल्कि मेवात के महान वीरों के योगदान को नमन करने का अवसर भी है। सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती और वंदे मातरम के 150 वर्ष पूरे होने पर देशभर में विशेष कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं। इसी क्रम में मेवात क्षेत्र को भी ऐतिहासिक भूमिका निभाने का अवसर मिला है। मुकेश वशिष्ठ ने बताया कि पदयात्रा में मेवात के महान वीरों को विशेष सम्मान दिया जाएगा। शहीद राजा हसन खां मेवाती के 500वें जन्म दिवस (17 मार्च 2027) को लेकर भी तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। पदयात्रा के दौरान उनके योगदान को बड़े स्तर पर याद किया जाएगा, जिससे नई पीढ़ी को उनके साहस और संघर्ष की प्रेरणा मिल सके। बैठक में बताया गया कि इस पदयात्रा को लेकर मेवात के लोगों में भारी उत्साह है और हजारों की संख्या में लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। हरियाणा ही नहीं, बल्कि अन्य राज्यों से भी पदयात्री इस ऐतिहासिक यात्रा का हिस्सा बनेंगे। समिति ने कहा कि यह पदयात्रा मेवात की सामाजिक एकजुटता को नई दिशा देगी। वंदे सरदार एकता पदयात्रा आयोजन समिति के प्रभारी जफरूद्दीन ने सभी का धन्यवाद किया और यात्रा में शामिल होने का न्यौता दिया।
