बागोत के मोहित सुसाइड केस में नहीं लिया जा सका फैसला

-वादी एवं प्रतिवादी पक्ष को हाईकार्ट के निर्देश का पल-पल हो रहा इंतजार
कनीना सुनील दीक्षित
कनीना सब डिवीजन के गांव बाागोत निवासी मोहित सुसाइड केस में वादी एंव प्रतिवादी पक्ष को हाईकोर्ट के आदेश का पल-पल इंतजार है। उनकी ओर से कोर्ट के आदेश के मुताबिक अगली कार्रवाई अमल में लायी जानी है। मृतक के पिता कैलाशचंद ने इस बारे में एक पखवाडे पूर्व पंजाब एंव हरियाणा हाईकोर्ट में अर्जी डाली गई थी। जिस पर 16 जनवरी को सुनवाई करते हुए कोर्ट ने तीन दिन में मृतक का दाह संस्कार करने के आदेश दिए थे जिसकी समय सीमा रविवार 19 जनवरी को समाप्त हो गई।
इसी दौरान 15 जनवरी को कनीना विकास खंड के गांव पडतल के सरपंच रोशनलाल इंदोरा ने वकील के माध्यम से जनहित एवं मानव अधिकारों के दृष्टिगत एक दरखास्त एचएचआरसी, हरियाणा ह्यूमन राईट कमीशन चंडीगढ में दाखिल की थी। जिसमें उन्होंने कहा था कि पिछले माहभर से बागोत निवासी मोहित का शव कनीना अस्पताल के मोर्चरी में रखा हुआ है जिसमें संक्रमण पनप रहा है ओर बिमारी पनपने का अंदेशा है। इस शव का निश्चित समय पर ससम्मान अंतिम संस्कार करवाया जाए। एचएचआरसी की ओर से 20 जनवरी को नोटिस जारी कर प्रशासनिक अधिकारियों को तलब किया गया था। जिसमें एसडीएम जितेंद्र सिंह अहलावत व डीएसपी दिनेश कुमार उपस्थित हुए ओर मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन होने का हवाला देकर जवाबदावा दाखिल किया था। सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए उनकी ओर से आगामी 3 फरवरी को पुनः सुनवाई निश्चित की गई है।
ईधर 20 जनवरी को एसडीएम जितेंद्र सिंह अहलावत एवं डीएसपी दिनेश कुमार इस मामले को लेकर हाईकोर्ट में जवाबी एप्लीकेशन दाखिल की गई थी। जिस पर अभी तक कोई फैसला नहीं लिया जा सका है। अब दोनों पक्ष हाईकोर्ट के आदेश आने की आस लगाए बैठे हैं। कोर्ट के आदेश के मुताबिक आगामी कार्रवाई होने की संभावना है। मृतक युवक के पिता कैलाशचंद द्वारा पिछले सप्ताह पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट चंडीगढ में अर्जी दाखिल कर आरोप एवं हालात बताए थे। जिस पर सुनवाई करते हुए न्यायधीश हरप्रीत सिह बरार ने कैलाशचंद को फांसी लगाकर मरे युवक मोहित, 26 वर्ष का 3 दिन में अंतिम संस्कार करने, अर्जी में लगाए गए आरोपों की जांच आईपीएस अधिकारी से करवाने तथा मृतक के पिता को भी शामिल तफ्तीश होेने के भी आदेश दिए थे। लेकिन कैलाशचंद एफआईआर करने की एकसूत्री मांग पर अडा हुआ है।
उल्लेखनीय है कि कैलाश चंद के 26 वर्षीय युवक मोहित द्वारा बीती 13 दिसंबर 2024 की रा़त्री को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। मोहित इस दिन किसी बर्थडे पार्टी में सरीक होकर आया था। जिसकी सूचना मिलने पर कनीना सदर थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर उसे उपनागरिक अस्पताल कनीना में भिजवाकर शनिवार 14 दिसंबर 2024 को उसका पोस्टमार्टम करवा दिया था। मृतक युवक के पिता ने प्रदेश के पूर्व मंत्री सहित 8 व्यक्तियों के विरूध कार्रवाई की मांग को लेकर शव लेने से मना कर दिया था। पुलिस प्रशासन ने इस सम्बंध में साक्ष्य उपलब्ध करवाने को कहा। जिन्हें वे पेश नहीं कर सके। पिछले 46 दिन से मृतक युवक का शव एसडीएच कनीना के फ्रीजर में रखा हुआ है। जिसमें संक्रमण पनपने से दुर्गंध उठने लगी है।