गर्मी में भुने हुए चने तथा जौ का सेवन स्वास्थ के लिए रामबाण औषधि
City24news@सुनील दीक्षित
कनीना | गर्मी के मौसम में भुने हुए चने तथा जौ का सेवन स्वास्थ के लिए अति लाभकारी है। इसी पहलु के चलते गर्मी बढने के साथ-साथ बाजारों में धाणी-भुगड़े की मांग बढने लगी है। चिकित्सकों की रॉय में जौ को भूनकर तैयार की गई धाणी हमें गर्मी से बचाती करती है वहीं भुने हुए चने, भुगड़े पानी पीने की क्षमता बढाते हैं। गर्मी के मौसम में अधिक पानी का सेवन करना ही गर्मी से बचाव का प्रमुख कारण है। दूसरी ओर लगातर भुने हुए चने का इस्तेमाल करने वाला व्यक्ति बिमारी से बचा रहता है।
चालू वित्त वर्ष में गर्मी बढने के साथ-साथ इनकी मांग बढने से भुनेरों का काम बढ गया है। चना व जौ बेचने वाले लोग गांव-गांव पंहुचने लगे हैं। दिलचस्प बात है कि चने का प्रयोग गरीब तथा अमीर सभी लोग प्रयोग करते हैं। कनीना में जौ-चना भुनाई का काम करने वाले दिनेश राजपूत ने बताया कि गर्मी के आगमन पर धाणी तथा भुगड़े की मांग बढ जाती है। इसकी भुनाई के लिए मशीन लगाई हुई है। जो दो घंटे में साढे तीन क्ंिवटल चना भूनकर तैयार कर देती है। उन्होंने बताया कि इससे पूर्व मिट्टी से भाड़ बनाया जाता था। जिसमें ईंधन जलाकर गर्म किया जाता था। फिर गर्म रेत को चना-जौ पर डाला जाता था जिससे लम्बी प्रक्रिया अपना कर उनकी भुनाई होती थी। आज भाड़ की जगह लोहे की कडाई तथा मशीन ने ले ली है। नमक को कड़ाई में गर्म कर चने डालकर भूने जा सकते हैं इसके अलावा बिजली एवं डीजल ईंजन से चलने वाली मशीन से जौ-चने को आसानी से भूना जा रहा है। मशीन पर कार्य करते समय दो हैल्परों की जरूरत होती है। जो कच्चे चने को मशीन में डालने तथा भुने हुए चने का अलग से भंडारण करते हैं। उन्होंने बताया कि गर्मी के मौसम में भुने हुए चने एवं जौ की मांग बढ जाती है। हरियाणा प्रदेश में चना व जौ की पैदावार कम होने की वजह से वे राजस्थान से लेकर आते हैं। चिकित्सकों की नजर में स्वास्थ के लिए रामबाण है चने का प्रयोग
इस बारे में सामुदायिक स्वास्थ केंद्र कनीना में कार्यरत प्रवर चिकित्सा अधिकारी सुदंरलाल व दंतक सर्जन डॉ.जितेंद्र मोरवाल ने बताया कि भुने हुए चने में भरपूर मात्रा में कैलशियम, फाईबर, प्रोटीन, कार्बोहाईटे्रट तथा आयरन होता है जो शरीर के पोषक तत्व हैं। चने खाने से दांत मजबूत होते हैं तथा गुड़ के साथ खाने से गला भी साफ होता है। गले की बिमारी नहीं होती। गर्मी में चना खाने से प्यास अधिक लगती है तथा बार-बार पानी पीने से शरीर में पानी की कमी नहीं होती। जिससे गर्मी से बचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि शूगर की बिमारी से छुटकारा पाने के लिए चने का सेवन रामबाण है।