जल शक्ति अभियान के टारगेट को निर्धारित समयावधि में करें पूरा – उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा
उपायुक्त ने बैठक में की जल शक्ति अभियान की समीक्षा
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह । उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने कहा कि जिला में जल शक्ति अभियान से संबंधित टारगेट को निर्धारित समयावधि में पूरा किया जाए, इसके लिए संबंधित विभाग जरूरी कार्यवाही सुनिश्चित करें। सभी विभाग द्वारा करवाई जा रही गतिविधियों को गूगल शीट और भारत सरकार के पोर्टल पर अपलोड जरूर करें। यदि किसी को पोर्टल पर अपलोड करने में किसी प्रकार की दिक्कत आ रही है तो वे सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता कार्यालय से संपर्क करें।
उपायुक्त बुधवार को स्थानीय लघु सचिवालय के कांफ्रेंस हाल में जल शक्ति अभियान संंबंधी कार्यों की समीक्षा के लिए विभिन्न विभागों के अधिकारियों की बैठक ले रहे थे। उपायुक्त ने कहा कि जल शक्ति अभियान भारत सरकार का एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है, जिसके तहत प्राकृतिक जल संसाधनों का जीर्णोद्धार करना है। इसके साथ-साथ लोगों को जल संरक्षण के प्रति जागरूक करना है। उपायुक्त ने बैठक के दौरान जल शक्ति अभियान के तहत किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की और इस अभियान से संबंधित अधिकारियों से उनके द्वारा किए जाने वाले कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी ली। उपायुक्त ने कहा कि जिन गांवों या खेतों में जलभराव की समस्या है, उनमें पानी निकासी के उचित प्रबंध सुनिश्चित हों तथा इन गांवों में जलभराव की समस्या का स्थाई समाधान सुनिश्चित किया जाए।
बैठक में उपायुक्त ने कहा कि जल शक्ति अभियान के दौरान जनस्वास्थ्य विभाग, यूएलबी, पीडब्ल्यूडी, सिंचाई, वन, कृषि, विकास एवं पंचायत विभाग आदि जनता से सीधे रूप से जुड़े विभागों को उनके विभाग से संबंधित टारगेट दिए गए हैं। इसके तहत शॉकपिट बनवाए जाने हैं, जिनको शीघ्रता से बनवाया जाए। इसी प्रकार से बारिश के पानी का संचय करने के लिए रेनवाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनाने के लिए संबंधित विभाग इस कार्य को प्रमुखता से लें। उन्होंने स्थानीय शहरी निकाय विभाग, पंचायत विभाग, जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे उनको दिए गए रेनवाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम स्थापित करने के टारगेट को जल्द से जल्द पूरा करें और इसके साथ-साथ उनको गूगल शीट और भारत सरकार के पोर्टल पर अपलोड जरूर करें। उन्होंने कहा कि यदि सरकार द्वारा दिए गए पोर्टल पर अपने विभाग की गतिविधियों को अपलोड नहीं करते हैं तो पोर्टल पर संबंधित विभाग का परिणाम शून्य दिखाई देता है। इस दौरान डीएमसी सुशील कुमार मलिक, सिंचाई विभाग के कार्यक्रम अभियंता मुकुल कथूरिया, जनस्वास्थ्य विभाग के कार्यकारी अभियंता प्रदीप कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।