2024 के बीजेपी संकल्प पत्र की कोई विश्वसनीयता नहीं :- आफताब अहमद
City24news@अनिल मोहनियां
नूंह | कॉंग्रेस विधायक दल के उप नेता व नूंह विधायक चौधरी आफताब अहमद ने भाजपा के घोषणा पत्र पर निशाना साधा है। उन्होंने भाजपा के संकल्प पत्र पर हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा ने प्रति वर्ष दो करोड़ नौकरियों और किसानों की आय दोगुनी करने का वादा तो अभी पूरा नहीं किया तो अब नए वायदे क्या ही पूरे करेगी।
विधायक आफताब अहमद ने कहा कि भाजपा सरकार ने कभी भी कोई वादा पूरा नहीं किया है और न ही ये भविष्य में करेंगे।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने पिछले 10 वर्षों में क्या किया है, इसकी समीक्षा होनी चाहिए।
सीएलपी उप नेता आफताब अहमद ने कहा कि क्या भाजपा ने पहले जो वायदे किये थे उसे पूरा किया? इस पर चर्चा होनी चाहिए। क्या उन्होंने प्रत्येक बैंक खाताधारक को 15 लाख रुपये दिए? क्या भाजपा ने प्रति वर्ष 2 करोड़ नौकरियां पैदा की? क्या उन्होंने किसानों की आय दोगुनी कर दी और क्या उन्होंने मेक इन इंडिया किया? क्या अच्छे दिन आये? उन्होंने कहा कि बीजेपी का घोषणापत्र
“झूठ की गारंटी” है और प्रधानमंत्री मोदी अपने वादों को पूरा करने में विफल रहे हैं, आज देश किसानों की आत्महत्या के मामले में नंबर एक बन गया है।
विधायक आफताब अहमद ने कहा कि कांग्रेस के 5 न्याय और 25 गारंटियों से देश कि तस्वीर बदलेगी। कांग्रेस का घोषणा पत्र हिस्सेदारी न्याय, किसान न्याय, नारी न्याय, श्रमिक न्याय, युवा न्याय पर आधारित है। कांग्रेस का लक्ष्य किसानों के जीवन को खुशहाल बनाना है। किसानों के लिए अनेकों योजनाओं को धरातल पर उतारने से भारत की कृषि व्यवस्था में ‘समृद्धि का सूरज’ उगाने में सफलता मिलेगी।
विधायक आफताब अहमद ने कहा कि MSP को स्वामीनाथन आयोग के फार्मूले के तहत कानूनी दर्ज़ा देने की गारंटी भी कांग्रेस ने अपने न्याय पत्र में दी है। साथ ही किसानों के ऋण माफ़ करने और ऋण माफ़ी की राशि निर्धारित करने के लिए एक स्थायी ‘कृषि ऋण माफ़ी आयोग’ बनाने की गारंटी, बीमा योजना में परिवर्तन कर फसल का नुकसान होने पर 30 दिनों के भीतर सीधे बैंक खाते में भुगतान सुनिश्चित करने की गारंटी भी कांग्रेस ने दी है।
विधायक आफताब अहमद ने कहा कि जनता ने भाजपा को 10 साल तक देश की सरकार चलाने का मौका दिया 750 किसानों की शहादत के बाद भी आज तक उन्हें फसलों की एमएसपी की गारंटी का कानून बनाकर नहीं दिया। 10 साल के शासन में न स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू की, न ही किसानों की आमदनी को दोगुना किया। 10 साल से किसानों के साथ सौतेला व्यवहार करते हुए उन्हें आतंकी, कहने वाली भाजपा और उनके नेता अब किसानों से किए जा रहे वादों को भी भविष्य में कभी पूरा नहीं करेंगे, यह बात किसानों को समझ आ चुकी है।