खांबी गांव में पोषक अनाज उत्सव का हुआ आयोजन
- मोटा अनाज है आज की जरूरत : कृषि उप निदेशक
- मोटे अनाज की पैदावार से जल की बचत के साथ-साथ किसान को आर्थिक रूप से मिलती है सफ़लता
- कृषि विज्ञान केंद्र मंडकोला व खांबी गांव में पोषक अनाज उत्सव का हुआ आयोजन
city24news@रोबिन माथुर
हथीन | अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष 2023 के अंर्तगत मोटा अनाज के जागरूकता शिविरों की कड़ी में गुरुवार को खंड हथीन के कृषि विज्ञान केंद्र मंडकोला व खंड हसनपुर के गांव खांबी में पोषक अनाज उत्सव का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में कृषि विभाग के अतुल शर्मा उपस्थित रहे तथा सहायक कृषि अभियंता कार्यालय से कनिष्ठï अभियंता राज सिंह, मृदा परिक्षण प्रयोगशाला से रणधीर, जैविक खेती किसान महेन्द्र सिंह, पशुपालन एवं डेयरिंग विभाग से डा. जसवीर, जिला प्रसार विशेषज्ञ डा. कांता सबरवाल ने विभागीय योजनाओं के विषय में किसानों को जानकारी दी।
कार्यक्रम में अधिकारियों ने किसानों को जागरूक करते हुए बताया कि अगर किसान खाद, बीज विक्रेता से किसी भी तरह की समस्या से ग्रसित होता है तो वह विभागीय कार्यालय में अपनी लिखित शिकायत कर सकता है, जिस पर आवश्यक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी तथा विभाग किसानों की समस्याओं के निवारण में उनका पूर्ण सहयोग करेगा। अतुल शर्मा ने मंच संचालन करते हुए किसानों को विभाग की पी.एम. किसान सम्मान निधि योजना में आ रही परेशानियों के निवारण करते हुए लंबित किसानों को ई-केवाईसी कराने के लिए जागरूक किया तथा किसानों को मोटे अनाज की आज के समय में आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि मोटे अनाज की पैदावार से जल की बचत के साथ-साथ किसान को आर्थिक रूप से भी सबलता मिलती है, क्योंकि मोटे अनाज की फसल में कम पानी के साथ-साथ खाद तथा खरपतवार नाशक रसायनों की कम जरूरत होती है। साथ ही उन्होंने कहा कि किसान मेेरी फसल-मेरा ब्यौरा के लिए अपने परिवार पहचान पत्र की कमियों को सही करवा लें अन्यथा मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर किसानों की फसल का पंजीकरण कराने में असुविधा होगी।
गांव खांबी में खंड कृषि अधिकारी देवेंद्र कुमार ने मेरी फसल-मेरा ब्यौरा व प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के संबंध में किसानों को अवगत कराया। सहायक तकनीकी प्रबंधक सुमित कुमार ने प्राकृतिक खेती एवं प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लाभों के विषय में किसानों को जानकारी दी। सहायक तकनीकी प्रबंधक हरी सिंह ने मोटे अनाज के बारे में जागरूक करते हुए सभी कृषकों को मोटा अनाज उगाने की सलाह दी।