15 दिनों के भीतर एपिक का वितरण संभव हो इसके लिए
–नई मानक प्रचालन प्रक्रिया (एसओपी) प्रारंभ : विश्राम कुमार मीणा
– डेटा की सुरक्षा कायम रखते हुए सेवा वितरण को उन्नत बनाना है इस पहल का उद्देश्य
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह |जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने बताया कि निर्वाचकों को निर्वाचक फोटो पहचान-पत्र (एपिक) का तेजी से वितरण सुनिश्चित करने के लिए, भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) ने एक नई मानक प्रचालन प्रक्रिया (एसओपी) प्रारंभ की है, जिससे निर्वाचक नामावली में किए गए किसी भी अपडेट के 15 दिनों के भीतर एपिक का वितरण संभव हो सकेगा, जिसमें किसी निर्वाचक का नया नामांकन या मौजूदा निर्वाचक के विवरण में किया गया कोई भी बदलाव शामिल रहेगा।उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने बताया कि यह पहल निर्वाचकों की सुविधा के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा किए जा रहे विभिन्न उपायों के अनुरूप है जिनकी परिकल्पना मुख्य निर्वाचन आयुक्त श्री ज्ञानेश कुमार द्वारा निर्वाचन आयुक्त डॉ. सुखबीर सिंह संधु और निर्वाचन आयुक्त डॉ. विवेक जोशी के साथ मिलकर की गई है। उन्होंने बताया कि अपने सभी निर्वाचकों को त्वरित और कुशल चुनावी सेवाएं प्रदान करना आयोग का मुख्य फोकस क्षेत्र है। यह स्मरणीय है कि पिछले चार महीनों में, आयोग ने निर्वाचकों और अन्य हितधारकों के लाभ के लिए अनेक पहलें की हैं। यह नई प्रणाली निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी (ईआरओ) द्वारा एपिक तैयार करने से लेकर डाक विभाग (डीओपी) के माध्यम से निर्वाचक को एपिक के वितरण तक प्रत्येक चरण की तत्क्षण (रियल टाइम) ट्रैकिंग सुनिश्चित करेगी। निर्वाचकों को प्रत्येक चरण में एसएमएस के माध्यम से सूचनाएं भी प्राप्त होंगी, जिससे उन्हें अपने एपिक की स्थिति के बारे में जानकारी मिलती रहेगी।
उन्होंने बताया कि इस उद्देश्य के लिए आयोग ने अपने हाल ही में लॉन्च किए गए ईसीआई-नेट प्लेटफॉर्म पर एक प्रतिबद्ध (डेडिकेटिड) आईटी मॉड्यूल पेश किया है। यह नया आईटी प्लेटफॉर्म मौजूदा सिस्टम को नए सिरे से तैयार करके और वर्कफ्लो को सुव्यवस्थित करके मौजूदा प्रक्रिया का स्थान लेगा। निर्बाध वितरण सुनिश्चित करने के लिए डाक विभाग के एप्लिकेशन प्रोग्राम इंटरफेस (एपीआई) को ईसीआई-नेट के साथ एकीकृत किया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य डेटा की सुरक्षा कायम रखते हुए सेवा वितरण को उन्नत बनाना है।