दस सालों में वेतन में बढ़ोतरी न होने से मिड डे मील वर्कर्स भाजपा से नाराज
City24news@अनिल मोहनियां
नूंह | मिड डे मील वर्कर्स यूनियन (1933) सम्बंधित सीआईटीयू के आह्वान पर जिला नूंह की सैंकड़ो वर्कर्स ने अनाज मंडी में सभा की। इसकी अध्यक्षता जिला प्रधान मोहम्मद आबिद ने की। सभा को सीटू प्रदेश महासचिव व फेडरेशन उपाध्यक्ष जय भगवान, राज्य कर्मचारी फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुभाष लाम्बा ने सम्बोधित किया। उन्होंने ने कहा कि 2014 से अब तक खाद्य पदार्थो के दाम कई गुणा बढ़ चुके है। परंतु केंद्र की सरकार ने वर्कर्स के मानदेय में कोई बढ़ोतरी नही की है। महंगाई ने कमर तोड़कर रख दी है। इसका खामियाजा लोकसभा चुनावों में भाजपा को हर हालत में भुगतना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि स्कूलों में काम करने वाले सभी अध्यापकों व कर्मचारियों को साल के पूरे 12 महीने का वेतन मिलता है। परंतु वर्कर्स को केवल 10 महीने का ही दिया जाता है। यही नही भाजपा ने लोकसभा चुनावों में मोदी की गारंटियों के नाम से अपने संकल्प पत्र में लखपति दीदी की बात तो की है। परंतु इसमें वर्कर्स का वेतन बढ़ाने बारे कोई जिक्र नही है। वर्कर्स को साल में केवल 70 हज़ार रुपए ही वेतन मिलता है जोकि एक लाख से 30 हज़ार रुपए कम है। उन्होंने कहा कि कम मिलने वाले वेतन भुगतान के लिए भी वर्कर्स को बार बार आंदोलन करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि वर्कर्स ने न्यूनतम वेतन 26 हज़ार लागू करने। रिटायरमेंट पर 2 लाख रुपए ग्रेच्युटी तथा उम्र 65 साल करने। वर्दी भत्ता दो हज़ार रुपए देने। हटाई गई वर्कर्स को वापिस काम पर लेने का काम किया जाए। आशा वर्कर्स को संबोधित राज्य सचिव सुधा, सीटू जिला सचिव अनिल कुमार, सर्व कर्मचारी संघ जिला प्रधान योगराज दीक्षित, एएचपीसी के राज्य सचिव समून खान, आदि ने अपने संबोधन में कहा की आशा वर्कर्स, मिड डे मील वर्कर्स, आंगनवाड़ी वर्कर्स हेल्पर्स व कच्चे कर्मियों के साथ सरकार विश्वशघात कर रही है। उन्हे स्थाई नहीं किया जा रहा और न ही न्यूनतम वेतन 26000 रूपये किया का रहा। भाजपा सरकार के राज में स्कीम वर्कर्स, कर्मचारियों, किसानों, मजदूरों, सरपंचों तक पर भी दमन की कार्यवाहियां की गई। इसलिए आगामी चुनावों में जनता भाजपा को सबक सिखाएगी। उसको सता से बेदखल करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। वर्कर्स मोदी की गारंटियों की जुमलेबाजी को समझ गई है। इसलिए वोट की चोट से भाजपा को करारा ज्वाब देंगी।
नूंह के विधायक आफताब अहमद ने सभा के बीच में आकर यूनियन का मांग पत्र पढ़ा और अपना समर्थन दिया। उन्होंने मिड डे मील वर्कर्स की माँगो का ज्ञापन लेकर सत्ता में आते ही परियोजना वर्कर्स की माँगो का समाधान करने का आश्वासन दिया।