उपायुक्त धीरेंद्र खडग़टा ने लू से बचाव को लेकर अधिकारियों को दिए जरूरी निर्देश
कहा, नागरिकों को हीटवेव के प्रति जागरूक करना भी जरूरी
City24news/अनिल मोहनियां
नूंह| उपायुक्त धीरेंद्र खडग़टा ने बताया कि राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से हीट-वेव यानी लू अथवा अत्यधिक गर्मी से बचाव को लेकर विशेष एडवाईजरी जारी की है, जिसके तहत विभिन्न विभागों को अलग-अलग जिम्मेवारी सौंपी है। उन्होंने संबंधित विभागों के अधिकारियों को लोगों को लू से बचाव के लिए विशेष एक्शन प्लान तैयार करने व लोगों को जागरूक करने का आह्वïान किया है। उन्होंने कहा कि कि जिला में गर्मी की लहर की स्थिति पर नजर रखें। हीट वेव के दुष्प्रभावों को कम करने के हरसंभव प्रयास करें। गर्मी की लहर से संबंधित प्रतिकूल प्रभावों से बचने के लिए जनता को जागरूक अवश्य करें। इसके लिए प्रिंट, इलेक्ट्रोनिक व सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों में जागरूकता लाई जाए ताकि लोग लू से अपना बचाव कर सकें।
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को जरूरी दवाइयों का प्रबंध रखने तथा स्वास्थ्य केंद्रों और आंगनबाड़ी केंद्रों पर ओआरएस पैकेट, आवश्यक दवा, तरल पदार्थ, आइस पैक, जीवन रक्षक दवाओं की पर्याप्त आपूर्ति का प्रावधान करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही स्वास्थ्य केंद्रों, सीएचसी/पीएचसी पर कूलर आदि लगाएंं। हीट स्ट्रोक रूम में जरूरत के अनुरूप बिस्तर के अलावा उपलब्धता के अनुसार सीएचसी और पीएचसी पर ठंडे पानी का प्रबंध हो। सभी अस्पतालों/पीएचसी/सीएचसी में ओआरएस और तरल पदार्थ के पर्याप्त स्टॉक हो। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र / सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों एवं जिला अस्पताल पर आवश्यक दवाइयां उपलब्ध हों। आपातकालीन सेवाएं 24 घंटे सुचारू रखें।
उन्होंने पंचायती राज विभाग को मनरेगा श्रमिकों को दिन के दौरान अत्यधिक गर्मी से बचाने के लिए काम के घंटों को ध्यान रखने और कार्यस्थलों पर पर्याप्त पेयजल व छांव का प्रबंध रखने के निर्देश दिए। उन्होंने संबंधित विभागों को निर्देश दिए हैं कि पार्कों, बस अड्डों, पर्यटक स्थलों तथा खुले क्षेत्रों में छाया की व्यवस्था करें। मंदिर, सार्वजनिक भवन, मॉल जैसे कूलिंग सेंटर की पहचान की जा सकती है और उनका उपयोग किया जा सकता है। ग्रामीण क्षेत्रों के सार्वजनिक स्थलों, चौराहों व आवश्कयतानुसार संबंधित गांवोंं में पानी की टंकी/टैंकरों आदि की व्यवस्था कराना सुनिश्चित कराएं। बिजली विभाग द्वारा बिजली की कटौती के दौरान पावर बैकअप का प्रावधान किया जाए ताकि निर्बाध बिजली उपलब्ध हो सकें। शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में टूटे हुए बिजली के खंभों आदि को सुदृढ़ रखें। बिजली कटों के बारे में लोगों को सूचना दें। उन्होंने पशु पालन विभाग व जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग को निर्देश दिए हैं कि आमजन के साथ-साथ पशुओं के पीने के पानी के लिए ट्यूबल आदि का भी प्रबंध किया जाए। मवेशियों की सुरक्षा के लिए हीटवेव एक्शन प्लान तैयार किया जाए। गर्मी की स्थितियों के दौरान पशुधन में आने वाली बीमारियों के लक्षण व उसके बचाव के बारे में लोगों को जागरूक करें। पशुओं को सुरक्षित रखने हेतु टीकाकरण का कार्य नियमित रूप से संचालित किया जाये, साथ ही पशु केन्द्रों पर आवश्यक दवाओं का भण्डारण सुनिश्चित किया जाए।
उन्होंने कहा कि श्रम विभाग द्वारा गर्मी की लहर से संबंधित बीमारी के संबंध में निर्माण/उद्योगों/वाणिज्यिक संस्थाओं के साथ प्रशिक्षण दिया जाए। स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से विशेष रूप से अनौपचारिक क्षेत्रों और बस्तियों में स्वास्थ्य शिविर लगाएं जाए। इसके अलावा श्रमिकों के लिए सभी कार्य परिसरों में पेयजल की सुविधा मुहैया करवाई जाए। नगर परिषद को निर्देश दिए कि वे शहरी क्षेत्रों के सब्जी मण्डी / चौराहों व सार्वजनिक स्थलों पर शीतल जल की समुचित व्यवस्था हो तथा नगर के दूर-दराज क्षेत्रों में पानी आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करें।
उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग द्वारा अत्यधिक गर्मी/दोपहर में लू से बचने के लिए सरकार या विभाग के निर्देशानुसार स्कूलों का समय र्निर्धारित किया गया है। सभी स्कूलों और शिक्षा संस्थानों में स्वच्छ पेयजल का प्रबंध हो। जनस्वास्थ्स विभाग को निर्देश दिए हैं कि लोगों को पानी बचत के बारे में जागरूक करें। लोगों को बताएं कि वे पेयजल से वाहनों को न धोएं। पानी की बर्बादी को रोकें। उन्होंने परिवहन विभाग को निर्देश दिए कि वे बस स्टैंडों आदि पर सुरक्षित परिवहन के लिए पीने के पानी तथा यात्रियों के लिए लू से बचाव की उचित व्यवस्था सुनिश्चित करें। बस स्टैण्डों पर प्राथमिक चिकित्सा की व्यवस्था भी की जाए। अग्निशमन विभाग को निर्देश दिए कि वे लू के दृष्टिगत अग्निशमन विभाग 24 घंटे उपलब्ध रखें।