जिला नूंह के 115 गांव बनेंगे मॉडल गांव – समग्र विकास की ओर एक ठोस कदम

– प्रत्येक मॉडल गांव में होगी स्वच्छता और कचरा प्रबंधन की ठोस व्यवस्था : प्रदीप अहलावत
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद प्रदीप अहलावत ने लघु सचिवालय के सभागार में विभिन्न गांव के सरपंचों को संबोधित करते हुए कहा कि जिला प्रशासन नूंह द्वारा जिले के 115 गांवों को मॉडल गांव के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया गया है। इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में समग्र और सतत विकास को बढ़ावा देना है। इन गांवों में स्वच्छता और कचरा प्रबंधन को प्राथमिकता देते हुए ठोस रणनीति तैयार की जा रही है। इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों को स्वच्छ, स्वस्थ और पर्यावरण के अनुकूल बनाना है। उपायुक्त श्री विश्राम कुमार मीणा के निर्देशानुसार प्रत्येक गांव में साफ-सफाई और कचरे के वैज्ञानिक निपटान की विशेष व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।
उन्होंने बताया कि इन गांवों में घर-घर से सूखा एवं गीला कचरा अलग-अलग एकत्र करने की व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए पंचायत स्तर पर निगरानी समितियों का गठन किया जाएगा। दो रंगों की डस्टबिन प्रणाली (हरी और नीली) हर घर को उपलब्ध कराई जाएगी। कचरे के नियमित संग्रहण हेतु पंचायत स्तर पर विशेष वाहन की व्यवस्था कर कचरा छंटाई और कंपोस्ट खाद बनाने के लिए माइक्रो स्तर पर प्रबंधन केंद्रों की स्थापना की जाएगी।
उन्होंने बताया कि ग्रामवासियों को स्वच्छता जागरूकता के लिए नियमित शिविर और रैलियों का आयोजन किया जाएगा। यह योजना ग्रामीण क्षेत्र में न केवल स्वास्थ्य और स्वच्छता के स्तर को बेहतर बनाएगी, बल्कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी एक उल्लेखनीय योगदान देगी। जिला प्रशासन का यह प्रयास ‘स्वच्छ भारत मिशन’ को जमीनी स्तर पर प्रभावशाली रूप देने का कार्य करेगा।