10 साल का बच्चा रेहड़ी लगाकर चला रहा घर
City24News@ भावना कौशिश
नई दिल्ली । उम्र महज 10 साल, जिम्मेदारियों का पहाड़ ऐसा टूटा कि यह मासूम अपना और अपनी बहन का पेट भरने के लिए रेहड़ी पर रोल बेच रहा है। लड़के का नाम जसप्रीत है। , 20 दिन पहले पिता नहीं रहे, मां का भी पता नहीं। जसप्रीत की कहानी सोशल मीडिया पर आई तो बिजनेस टाइकून आनंद महिंद्रा का भी दिल पिघल गया। उन्होंने जसप्रीत का विडियो शेयर किया, जिसमें उसे चिकन और एग रोल बनाते देखा जा सकता है। महिंद्रा ने विडियो के कैप्शन में लिखा, अगर किसी के पास बच्चे का कॉन्टैक्ट नंबर हो तो साझा करें। हमारी महिंद्रा फाउंडेशन टीम पता लगाएगी कि उसका पढ़ाई में कस सपोर्ट कर सकते हैं। कई और एनजीओ और लोग भी मदद को आगे आए हैं।
जसप्रीत की कहानी वास्तव में दुखद है। वह अब तिलक नगर में किराए के मकान में अपनी बहन और चचेरे भाई गुरमुख के साथ रहता है। गुरमुख ने बताया कि उन्होंने 7,000 रुपये किराया दिया। जसप्रीत के परिवार के सदस्यों ने सोमवार को टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ बात करते हुए बताया कि उनके पिता हरदीप सिंह का इस साल 14 अप्रैल को लंबी बीमारी के कारण निधन हो गया था। गुरमुख ने बताया कि उनके पिताजी ब्रेन टीबी से पीड़ित थे। कुछ दिनों बाद जसप्रीत की मां पंजाब में अपने रिश्तेदारों के पास चली गईं। उन्होंने बताया कि लड़के के पिता बस ड्राइवर थे, लेकिन दुर्घटना के बाद उन्होंने ठेले पर रोल बेचना शुरू कर दिया।
बचपन में ही टूटा दुखों का पहाड़
दिल्ली के पश्चिमी इलाके में स्थित तिलक नगर का निवासी जसप्रीत ने वीडियो में बताया कि वह सुबह स्कूल जाता है, दोपहर में ट्यूशन लेता है, और शाम को अपनी दुकान चलाता है। उसकी रेहड़ी रात 11 बजे तक वेस्ट दिल्ली के तिलक नगर में चलती है। जसप्रीत तिलक विहार के सर्वोदय बाल विद्यालय में छठी कक्षा का छात्र है। उसकी बहन कारणप्रीत 14 साल की है और वह आठवीं कक्षा में पढ़ रही है। पिता की मौत के बाद मां पंजाब अपने गांव चली गई है और तब से संपर्क में नहीं आई हैं। अब इन बच्चों की देखभाल के लिए उनकी बुआ और उनके बेटे आ गए हैं। ‘बचपन बचाओ आंदोलन’ के सदस्य भुवन रिभू ने इसके संदर्भ में कहा है कि वे बच्चों की शिक्षा और अन्य आवश्यकताओं में मदद करेंगे।