नशे जैसी बुराई व साइबर अपराधों से दूर रहें युवा : डॉ. सुशील कुमार गर्ग
-जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से जिला जेल में कानूनी जागरूकता कार्यक्रम आयोजित
-कैदियों को नि:शुल्क कानूनी सहायता की जानकारी दी गई
City24News/अनिल मोहनिया
नूंह | मुख्य न्यायाधीश भारत सूर्यकांत द्वारा गत 6 दिसंबर को जिला जेल गुरुग्राम से एंटी-ड्रग जागरूकता अभियान का शुभारंभ किया गया था। इसी क्रम में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण नूंह द्वारा वीरवार को जिला जेल में विशेष कानूनी जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में जिला एवं सत्र न्यायाधीश व प्राधिकरण के चेयरमैन डॉ. सुशील कुमार गर्ग, उपायुक्त अखिल पिलानी, पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार, प्राधिकरण की सचिव एवं सीजेएम नेहा गुप्ता तथा जेल अधीक्षक बिमला देवी उपस्थित रहे।
जिला एवं सत्र न्यायाधीश डॉ. सुशील कुमार गर्ग ने कैदियों और बंदियों को संबोधित करते हुए कहा कि नशा जैसी बुराई और अपराधों से हमेशा दूर रहना चाहिए, क्योंकि नशा मानसिक और शारीरिक दोनों रूप से व्यक्ति को कमजोर कर देता है। उन्होंने कहा कि नशा आज परिवार और सामाजिक व्यवस्था को तोड़ने वाला प्रमुख कारण बन रहा है, इसलिए इससे बचने के लिए सामूहिक जागरूकता सबसे प्रभावी उपाय है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे सामाजिक बुराइयों से दूर रहकर अपनी ऊर्जा को सकारात्मक कार्यों, शिक्षा और खेलों में लगाएं। उन्होंने यह भी कहा कि युवाओं में बढ़ रही साइबर अपराध की प्रवृत्ति चिंताजनक है, जो उनके भविष्य को खराब कर सकती है। इसलिए साइबर अपराध के खतरों को समझना आवश्यक है।
पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार ने कहा कि साइबर अपराध में फंसे युवा आज गंभीर परिणाम भुगत रहे हैं, इसलिए युवाओं को ऐसे अपराधों से बचना चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया कि युवा किसी स्किल कोर्स या तकनीकी कारीगरी को सीखें, जिससे वे रोजगार शुरू कर सकें। उन्होंने कहा कि जो कैदी स्किल कोर्स करना चाहते हैं, वे अपनी मांग जेल अधीक्षक के माध्यम से जिला प्रशासन को भेजें, उचित व्यवस्था की जाएगी।
सीजेएम नेहा गुप्ता ने भी नशा उन्मूलन और साइबर अपराध रोकथाम पर कैदियों को जागरूक किया और बताया कि जरूरतमंद कैदी नि:शुल्क कानूनी सहायता एवं सलाह के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, नूंह से संपर्क कर सकते हैं। कार्यक्रम से पूर्व उन्होंने जिला जेल का निरीक्षण किया, सभी बैरकों में जाकर कैदियों की समस्याएं सुनीं और उन्हें उपलब्ध कानूनी सहायता के बारे में जानकारी दी।
कार्यक्रम में पुलिस विभाग के जनसंपर्क अधिकारी कृष्ण कुमार ने कैदियों को साइबर अपराध न करने तथा भविष्य में ऐसे अपराधों से दूर रहने की शपथ दिलाई। इस मौके पर उप जेल अधीक्षक रेशम सिंह सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
