बल्लभगढ में जीत की ओर अग्रसर यादव परिवार

0

बल्लभगढ की जनता जानती भी है और पहचानती भी है
City24news/सुमित गोयल
बल्लभगढ़। नगर निगम चुनाव के लिए सभी उम्मीदवारों ने पूरे जोश-उत्साह के साथ प्रचार किया। भाजपा, कांग्रेस, आप, बीएसपी जैसी पार्टियों के अलावा निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी कोई कोर-कसर नहीं छोडी है। अब जबकि प्रशासन द्वारा प्रचार प्रसार अभियान पर 48 घंटों की समयावधि के लिए रोक लगा दी गई है।

एक तरफ जहां भाजपा प्रत्याशियों के प्रचार के लिए कैबिनेट मंत्रियों एवं विधायकों ने कार्यक्रमों में अपना समर्थन दिया तो वहीं शहर में मुख्यमंत्री स्तर के रोड शो भी हुए। चुनावी माहौल में वार्ड 36 से भाजपा के प्रत्याशी कुलदीप साहनी निर्विरोध जीत रहे हैं, बावजूद इसके बल्लभगढ शहर के बीचों-बीच वार्ड 42 इस बार काफी चर्चित रहा है क्योंकि इस वार्ड से भाजपा के उम्मीदवार बुद्धा सैनी के मुकाबले में निर्दलीय उम्मीदवार दीपक यादव जीत की ओर अग्रसर दिखाई पड़ रहे हैं। कुम्हार वाडा, बनिया वाडा, ब्राह्मण वाडा, जगदीश कालोनी, मुकेश कालोनी के अलावा बल्लभगढ मैन बाजार के लोगों की मानें तो वार्ड 42 में यादव परिवार का प्रभाव भाजपा प्रत्याशी पर हावी पड़ता दिखाई दे रहा है।

यादव परिवार के जाने पहचाने चिराग दीपक यादव ने किसी भी पार्टी के टिकट पर न लडने का फैसला करते हुए खुद ही लगातार जनसंपर्क अभियान किया जिसे लोगों ने सराहा भी। कहने को तो वार्ड 42 के मतदाता भाजपा प्रत्याशी बुद्धा सैनी पर चंदावली गांव का निवासी होने की वजह से वार्ड से बाहरी होने का आरोप लगा रहे हैं, तो वहीं यादव परिवार को लोग सैंकडों वर्षों से अहीर वाडे का निवासी और जमीन से जुड़ा हुआ पाते हैं।

वार्ड 42 के लोगों की मानें तो यादव परिवार को और उनके काम को बल्लभगढ की जनता जानती है और पहचानती भी है।

यादव परिवार द्वारा कई मंदिरों के लिए जमीनें दान करना, वर्षों से बल्लभगढ शहर वासियों के दुख: सुख में उनके साथ खडे रहना। यहां के लोग कहते हैं कि यादव परिवार के दरवाजे आधी रात को भी हमारे लिए खुले रहते हैं। दीपक यादव अपने वार्ड में बिना किसी आरोप के कार्यकाल पूरा करने वाले पार्षद रहे, जिसकी वजह से स्थिति मजबूत होती दिखाई दे रही है।

यहां के निवासियों के मुताबिक अगर बल्लभगढ शहर में भाजपा द्वारा खड़े प्रत्याशियों की पकड़ अच्छी होती तो सीएम को पार्षद उम्मीदवारों के लिए मैदान में उतरने की जरूरत नहीं पड़ती। जानकारी के लिए बता दें कि नामांकन के पहले ही दिन राव रामकुमार के छोटे बेटे पवन यादव वार्ड 40 और उनकी पुत्रवधु रश्मि यादव ने वार्ड 43 से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप मैं पार्षद पद के चुनाव के लिए नामांकन किया था। हिन्दी दैनिक समाचार गेट के संवाददाता ने जब दीपक यादव से 4 दिन बाद नामांकन भरने का कारण पूछा तो उन्होनें बताया कि वार्डबंदी होने के कारण राव परिवार के हजारों समर्थकों का वोट बैंक वार्ड 42 में आ गया है एवं उनके आग्रह एवं आश्वासन पर ही पूर्व पार्षद दीपक यादव को वार्ड 42 से नामांकन भरना पड़ा था। 

राव रामकुमार 
हमारा परिवार पहले से ही जनता की सेवा करता आया है और आगे भी करता रहेगा: राव रामकुमार
पूर्व पार्षद एवं बल्लभगढ विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी राव रामकुमार ने बताया कि दीपक यादव ने अपना पिछला कार्यकाल सफलता पूर्वक पूरा किया है। अभी तक दीपक यादव के के उपर ऐसा कोई भी आरोप नहीं है जो इसके उपर दाग लगाता हो, साफ सुथरी छवि के साथ दीपक ने निस्वार्थ भावना से सबके काम किए हैं। मुझे पूरा विश्वास है और जनता जनार्दन सब जानती है दीपक को फिर से लोगों की सेवा करने का मौका हमें मिलेगा। 2010 से अब तक निरन्तर हमारा परिवार पद के साथ जनता की सेवा में लगा हुआ है, और बिना पद की बात करें तो हमारा परिवार हमारे बुजुर्ग, हमारे दादा, हमारे पड दादा सैकड़ो सालों से बल्लभगढ़ की जनता की सेवा करते आए हैं और उसी के प्रतिफल जनता हमें 2 मार्च को अपना आशीर्वाद देगी, ऐसा हमें पूर्ण विश्वास है

वार्ड 42 की जनता ही लड़ रही है यह चुनाव: दीपक यादव
भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री चाहे कितनी भी रैलियां कर लें बल्लभगढ़ में हमारा काम बोलता है। पूर्व पार्षद दीपक यादव ने बताया कि सभी देवतुल्य बुजुर्गों और जनता के आशीर्वाद से ही मैंने वार्ड नंबर 42 से नामांकन भरा है। 

यह इलेक्शन मैं नहीं वार्ड 42 की जनता लड़ रही है। जिस तरीके से दोनों वार्डों में राव रामकुमार जी को 2010 में क्षेत्र की जनता ने निर्दलीय पार्षद की जिम्मेदारी दी थी तब यह अकेले इस तरह के पार्षद थे जिन्होंने अपने खर्च से कार्य कराने का काम किया और जब उन्हीं के पदचिह्नों पर चलते हुए 2017 में इसी जनता ने मुझे सबसे युवा पार्षद होने का गौरव देकर सदन में भेजने का कार्य किया था तो मैंने भी सड़क से लेकर सदन तक उनकी आवाज उठाने का कार्य किया। अब फैसला जनता के हाथ में है कि वह किसे चुनेगी।

दीपक यादव के टक्कर में कोई नहीं है जनता की आवाज यही है कि दीपक यादव को लाना है वहीं मुख्यमंत्री के आने से रैलियां करने से कोई फर्क नहीं पड़ता है जनता काम देखती हैं दीपक की छवि पार्षद के रूप में अच्छी रही है।

– विजेंद्र सिंह स्थानीय निवासी

भाजपा सरकार ने एसे प्रत्याशी को उतारा है जिसका ना तो यहां घर है ना कोई ठिकाना ऐसे प्रत्याशी को यहां की जनता ने नकार दिया है और जहां से आए हैं वहीं जाने की सलाह दे दी है दीपक यादव यही का बेटा है और उनकी टक्कर में कोई नहीं है और सीएम की जो रैली करी गई थी वह फ्लॉप थी 

– राजकुमार वार्ड निवासी

भारतीय जनता के प्रत्याशी ने इस वार्ड में अभी तक कोई कदम नहीं रखा और प्रत्याशी कोई भी हो इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। भाजपा द्वारा थोपे गए प्रत्याशी पहले भी पार्षद रह चुके हैं दूसरे वार्ड से जिन्होंने आज तक उस वार्ड में भी कोई कार्य नहीं किया है दीपक यादव यहां की जनता की पसंद है

हमने इनका कार्यकाल देखा हुआ है यह जनता के साथ खड़े रहते हैं। 

– बाबूराम

भाजपा ने जो वार्ड नंबर 42 के लोगों के साथ धोखा किया है इस वार्ड को बीसीबी ग्रेड में आरक्षित कर दिया। जब1994 मैं नगर निगम बना था तब से इस वार्ड से जनरल सीट रही है और इस वार्ड पर जनरल पार्षद बनता आया है। इस नाराजगी को लेकर यहां के लोगों ने दीपक यादव को खुद खड़ा करा है।

– विपिन गोयल

 वैसे तो यह जनरल वार्ड था जिसको वीसीबी में रिजर्व कर दिया। लेकिन पार्षद चाहे किसी भी वर्ग का हो हमें ऐसे पार्षद की जरूरत है जो यही का निवासी हो और समय पढ़ने पर जनता के साथ खड़ा हो। दीपक यादव में यह सब खूबियां देखी गई है।-गोपाल गोयल समाजसेवी

पार्षद के चुनाव गली व शहर की समस्याओं का चुनाव होता है हमें ऐसे पार्षद की आवश्यकता है जो ग्राउंड लेवल पर रहकर काम करें जो दिन रात समय पड़ने पर जनता की आवाज बनकर उनके साथ खड़े रहे समय पढ़ने पर सबसे पहले पार्षद को ही याद किया जाता है। – नीरज सिंगला व्यापारी

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *