नूंह जिला के सिविल अस्पताल माण्डीखेड़ा में धूमधाम से मनाया गया वर्ल्ड टी बी दिवस।
City24news@अनिल मोहनियां
नूंह| वर्ल्ड टी वी दिवस प्रत्येक वर्ष 24 मार्च को मनाया जाता है परन्तु होली के त्योहार के कारण 27 मार्च को सिविल अस्पताल माण्डीखेड़ा के प्रांगण में वर्ल्ड टी बी डे मनाया गया। कार्यक्रम में मुख्यातिथि उप सिविल सर्जन डाॅ आशीष सिंगला रहे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता डिप्टी सिविल सर्जन टी बी डाॅ प्रवीण राज तवंर ने की। इस मौके पर उप सिविल सर्जन डाॅ हेमन्त कुमार, मेडिकल सुपरिटेंडेंट डाॅ फारूक, एच ओ डी चेस्ट एण्ड टी बी डाॅ विपिन गोयल, आनन्द लाल पैथ लैब, डिस्ट्रिक प्रोग्राम काॅर्डिनेटर अरसद, डिस्ट्रिक प्रोग्राम मेनेजर मौ शाकिर, जिला लेखाकार अब्दुल गफ्फार, प्राईवेट अस्पताल शिफा से डाॅ पटवारी खाॅन, जीवन ज्योति अस्पताल तावडू से डाॅ राजेन्द्र प्रसाद शर्मा, स्पिड एन जी ओ के मेनेजर अवधेश, वर्ल्ड विजन एन जी ओ के मेनेजर अमरजीत व टी बी का अन्य स्टाफ व नर्सिग काॅलेज के सभी विद्यार्थी उपस्थित रहे।
डाॅ प्रवीण राज तवंर ने टी बी की बीमारी के बारे जानकारी देते हुए कहा कि टी बी एक हवा के द्वारा फैलने वाली बीमारी है, जो कि एक टी बी संक्रमित मरीज के खांसने छींकने व थूकने से जो कण निकलते है उससे स्वस्थ व्यक्ति को भी टीबी हो सकती है। टी बी को फैलाने वाले बैक्टीरिया का नाम माइक्रो बैक्टकरियम ट्यूबरक्लोसिस होता है। दो सप्ताह से ज्यादा पुरानी खांसी, बुखार, लगाातर वजन कम होना टी बी होने के लक्षण हो सकते हैं। टी बी दो प्रकार की होती है फेफडो वाली टी बी व शरीर के किसी भी अंग में होने वाली टी बी जिसे एक्सट्रा पलोमनरी टी बी कहा जाता है। सभी प्रकार की टी बी की संपूर्ण दवाईयाॅ व जाँचे मरीजो को निः शुल्क प्रदान की जाती हैं।
उन्हानें बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 2030 तक दुनिया को टी बी मुक्त बनाने के लक्ष्य तय किया है तथा माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारत सरकार द्वारा 2025 तक भारत को टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है इसी के अनुसार स्वास्थ्य विभाग जिला नूँह को टी बी मुक्त बनाने के लिए प्रयासरत है तथा जिले के 23 ग्राम पंचायत को टीबी मुक्त बना दिया गया है। उन्होने बताया कि सरकार द्वारा निश्चय पोषण योजना के तहत हर मरीज को 500रू प्रति माह दिये जाते हैं। जिला नूँह को टी बी मुक्त बनाने के लिए प्रयासरत सभी प्राईवेट प्रेक्टिशनर, स्पिड एन जी ओ, वल्र्ड विजन संस्था तथा अन्य सहयोगी व समाज सेवी संस्थाओं जो लोगों को इस बीमारी के प्रति जागरूक करती हैं सभी को इस सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।