स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिला में 4 को मनाया जाएगा विश्व श्रवण दिवस

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City24news@अनिल मोहनियां

नूंह | स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिला में 4 मार्च को विश्व श्रवण दिवस मनाया जाएगा। सिविल सर्जन डा. राजीव बातिश ने जानकारी देते हुए बताया कि विश्व श्रवण दिवस का उद्देश्य लोगों को बहरेपन की समस्या के कारण और उसके निवारण के प्रति जागरूक बनाना और सचेत करना है जिससे वह इस खतरे से बच सकें। उन्होंने बताया कि 3 मार्च को ग्राम पंचायतों द्वारा ग्राम सभाओं का आयोजन व विभिन्न संस्थाओं व स्वास्थ्य विभाग द्वारा जागरूकता रैली, बैनर, पोस्टर तथा संबंधित विभागों द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से आमजन को जागरूक किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थाओं के प्रभारियों को राष्ट्रीय बधिरता रोकथाम एवं बचाव कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।  

कार्यक्रम की नोडल अधिकारी डा. रिची सूद ने बताया कि नागरिक अस्पताल मांडीखेड़ा में कान के इलाज की सुविधा निशुल्क उपलब्ध हैं। सभी मरीजों तथा बच्चों के माता पिता से अनुरोध है कि वे कान का इलाज किसी अनाधिकृत जगह से ना करवाकर सिर्फ अधिकृत अस्पतालों से ही इलाज करवाएं ताकि भविष्य में उनको कान की समस्याओं से होने वाले दुष्परिणामों का सामना न करना पड़े। उन्होंने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार 1.5 बिलियन लोग सुनने में अक्षम है। इसमें 14 वर्ष तक के आयु के बच्चों का प्रतिशत अधिक है। यह रोग अनुवांशिक कारणों, जन्म से जटिलताओं, कुछ संक्रामक रोगों, कान में लम्बे समय तक संक्रमण, आटोटोक्सिक दवाओं के उपयोग, अत्यधिक शोर तथा उम्र बढऩे से होता है। हमारे युवाओं में इस समस्या के कारण हमारे देश की भौतिक व आर्थिक दोनों तरह की उत्पादक क्षमता को गंभीर नुकसान पहुंच रहा है। हमें श्रवण बाधित और बहरेपन के मामलों की शीघ्र पहचान करना अत्यंत आवश्यक है, लेकिन चिंता करने की बात नहीं है। उन्होंने बताया कि इसे आसानी से रोका जा सकता है व उपकरणों और समय पर चिकित्सा से प्रतिबंधित किया जा सकता है। हमें प्रारंभिक अवस्था में इस स्थिति की पहचान और संदिग्धों को प्रबंधन के लिए आगे स्वास्थ्य संस्थानों में भेजने के सन्देश को फैलाने की आवश्यकता है।

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