पति,संतान,परिवार के सौभाग्य के निमित्त महिलाओं ने रखा व्रत

-आत्मशुद्धि – आत्मकल्याण के निमित्त की तीर्थंकर शीतलनाथ की विशेष पूजा अर्चना।
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | जैन धर्म में भादो माह के शुक्ल पक्ष दशमी में सुगंध दशमी के व्रत (उपवास)रखने का विशेष धार्मिक व आध्यात्मिक महत्त्व है। इस व्रत को महिलाएं अपने पति,संतान, परिवार की दीर्घायु व संकटों के समाधान के निमित्त व्रत रखती हैं। उक्त जानकारी देते हुए समाजसेविका राधिका जैन नगीना ने बताया की सुख -शांति, समृद्धि, -खुशहाली,उन्नति,आत्मशुद्धि – आत्मकल्याण के निमित्त तीर्थंकर श्री शीतलनाथ की विधि-विधान के साथ विशेष पूजा-अर्चना की। महिलाओ ने अपने पति,संतानों की दीर्घायु,परिवार के सौभाग्य- खुशहाली के साथ-साथ देश – विश्व कल्याण के लिए भी ईश्वर से विशेष प्रार्थना की। ईश्वर भी उनकी प्रार्थना को स्वीकार कर उनके पति,संतान,व परिवार को दीर्घायु, खुशहाली देश व विश्व मे सुख ,शांति व समृद्धि का आशीर्वाद प्रदान करते हैं। महिलाओं ने मंदिर जी व घरों में सुगंध दशमी की कथा का पठन पाठन वाचनकर कथा सुनी व सुनाई। देश मे शांति,उन्नति, समृद्धि के लिए जिनेन्द्र प्रभु से करबद्ध प्रार्थना की।अपने अष्ट कर्मो को क्षय करने के लिए धूप(द्रव्य) भी खई।