वित्त मंत्रियों की हार का सिलसिला तोड़कर क्या रच पायेंगे इतिहास जेपी दलाल

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City24news/सोनिका सूरा
लोहारू । हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए चुनावी बिसात बिछ चुकी है। सभी 90 सीटों पर नामांकन भरे जा चुके हैं। हर एक विधानसभा क्षेत्र की अपनी अलग कहानी है। इस बार बहुत से दिग्गजों को टिकट ना मिलने से दल बदलू की स्थिति देखने को मिली है वहीं बहुत से नये चेहरे भी मैदान में उतरे हैं। परिवारवाद का आरोप लगाने वाले भी अबकी बार अपने पुत्र व पुत्रियों को टिकट दिलवाकर बहती गंगा में हाथ धो बैठे हैं और परिवारवाद के दौर में खुद शामिल हो गए हैं। टिकट वितरण के समय किसी ने अपना वर्चस्व दिखाया है वहीं बहुत से खामखां चेहरे ऐसे भी रहे जो अपनी टिकट भी नहीं बचा पाये। खैर राजनीति में सबकुछ चलता है और हर बार चलता है। परंतु हरियाणा के राजनैतिक इतिहास की बात करें तो लोहारू हलके के वर्तमान विधायक जेपी दलाल जो पिछले कुछ महीनों से हरियाणा सरकार में वित मंत्री भी रहे हैं। जो अपना टिकट कंफर्म कर पाने में सफल भी हो पाए हैं। हरियाणा सरकार में वित्त मंत्री की कहानी भी अपने आप में अनोखी रही है। जब-जब मुख्यमंत्री के अलावा किसी भी विधायक को वित्त मंत्री का पद सौंपा गया हैं। अगली योजना में वह अपनी जीत कंफर्म करने में 99 प्रतिशत असफल रहे हैं। वित्त मंत्रियों का लगातार हार के सिलसिले को तोड़ने में कितना कामयाब हो पाते हैं यह भविष्य के गर्भ में हैं। सवाल यें उठता है क्या अबकी बार जे.पी. दलाल अपनी जीत कंफर्म करके एक नया इतिहास बनाने में सफल हो सकते हैं? या फिर वित्त मंत्रियों का ये हार का सिलसिला यूँ ही चलता रहेगा? नया इतिहास लिखने में लोहारू की जनता का मुख्य कार्य होगा। अब देखना है कि जेपी दलाल इतिहास रचने में कितना कामयाब हो पाते हैं? क्योंकि लोहारू विधानसभा क्षेत्र अबकि वीवीआईपी सीट बनकर उभर रहा है। इसके पीछे का कारण है पूर्व में कृषि मंत्री व वर्तमान में वित्त मंत्री रहे जेपी दलाल का लगातार तीसरी बार इसी सीट पर चुनावी मैदान में होना। दूसरा समाजसेवी रहे राजबीर फरटिया का कांग्रेस से टिकट लेकर चुनावी मैदान में आना भी जेपी दलाल व अन्य उमीदवारों के लिए मुश्किलें पैदा कर सकता है। खैर जो भी हो अबकि बार इतिहास रचने के लिए बेताब जेपी दलाल व उनके समर्थक भी नजर आ रहे हैं। वहीं अन्य सभी पार्टियों से चुनावी मैदान में उतरे उम्मीदवार भी अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए अलग-अलग दांव पेंच खेल रहे हैं। मुकाबला आसान नहीं है। परिणाम कुछ भी हो सकता है जो फिलहाल लोहारू विधानसभा क्षेत्र की जनता तय करेगी। 

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