गांव का मंहत पुस्तक का विमोचन 16 को रोहतक में
राधेश्याम गोमला ने चंपू शैली में लिखी पुस्तक
City24news/सुनील दीक्षित
कनीना | साहित्यकार राधेश्याम गोमला द्वारा लिखित पुस्तक गांव का महंत पुस्तक का विमोचन 16 अप्रैल मंगलवार को महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक के आॅडिटोरियम में किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस दौरान प्रदेश के हिंदी विशेषज्ञों व साहित्यकारों की उपस्थिति रहेगी। चंपू शैली में लिखी गई यह आत्मकथात्मक पुस्तक साहित्य के क्षेत्र में प्रथम आत्मकथात्मक चम्पू ग्रंथ होगा। माना जा रहा है कि इससे पूर्व चम्पू शैली में कोई आत्मकथा नही लिखी गई है। वैसे भी चम्पू शैली में साहित्य नाममात्र ही लिखा गया है । संस्कृत में एक दर्जन भर पुस्तकें अवश्य लिखी हैं मगर हिंदी में मैथिलीशरण गुप्त की यशोधरा को ही चम्पू शैली में लिखी गई रचना माना गया है। वह भी महात्मा बुद्ध के जीवन से संबंधित एक ऐतिहासिक कृति है। लेकिन संस्कृत या हिंदी किसी भी भाषा में चम्पू शैली में अब तक कोई आत्मकथा नहीं लिखी गई है। उन्होंने बताया कि पुस्तक के विमोचन अवसर पर साहित्य क्षेत्र के नामचीन साहित्यकार,राष्ट्रीय न्यूज चैनल के पत्रकार,फिल्म निर्माता,निर्देशक,लेखक व उच्च शिक्षाविदों की उपस्थिति रहेगी।