राजस्थान के समीपवर्ती गांवों में भी खुली रही सब्जी की दुकान

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City24news@अशोक कौशिक 

नारनौल। एक मुश्त कर के विरोध में प्रदेश आढ़तियों ने हरियाणा सब्जी मंडी एसोसिएशन के आह्वान पर आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल का आह्वान किया था। जिले की नांगल चौधरी तथा महेंद्रगढ़ की सब्जी मंडी के आढ़ती व दुकानदार प्रदेशव्यापी हड़ताल में शामिल नहीं हुए। यहां की सब्जी मंडी शनिवार को भी खुली रही। खरीददार और आढ़ती भी पहुंचे, व्यापार भी हुआ। इससे शादी फंक्शन वाले लोगों को राहत रही। राजस्थान के समीपवर्ती गांवों में भी सब्जी की दुकानें खुली रही। वहीं नारनौल और मंडी अटेली के आढ़ती हड़ताल पर रहे। यहां की सब्जी की दुकान भी बंद रही।आढ़तियों के अनुसार हरियाणा सरकार पिछले वर्ष की मार्केट फीस के हिसाब से अगले बरस की मार्केट फीस एडवांस में भरवाना चाहती है। साथ ही हर साल 10% अतिरिक्त फीस लगाई जाएगी। आढ़ती इस बात का प्रदेश भर में विरोध कर रहे हैं। नारनौल सब्जी मंडी के प्रधान अजीत सैनी ने कहा कि जिस साल कोई काम ही नहीं उसकी फीस कैसे भरें। उन्होंने कहा कि आढ़तियों की मांग पूरी न होने तक हड़ताल जारी रखने और मंडी में पड़ा माल खराब होने पर गौशाला में देने की बात कही।

उप प्रधान रोशन लाल ने कहा कि सरकार व्यापारियों पर स्लैब सिस्टम लागू करना चाहती है। छोटे दुकानदारों से लाइसेंस के बदले हर साल 7200 वसूल करना चाहती है, जो गलत है। यह पहले भी हड़ताल कर अपनी मांग सरकार के समक्ष रख चुके हैं सरकार ने तब 15 दिन का समय मांगा था। 

उन्होंने कहा कि लोगों को हुई परेशानी की जिम्मेदार सरकार है अब करीब डेढ़ माह बीत जाने के बाद भी सरकार कोई सकारात्मक पहल नहीं कर रही है। अब वह अनिश्चितकालीन हड़ताल करने पर मजबूर है मांग पूरी न होने तक अभी मंडी नहीं खोलेंगे।

आज जहां प्रदेश भर में जहां सब्जी मंडी बंद रही, वही महेंद्रगढ़ व नांगल चौधरी के मंडी में आज रोजाना की तरह किसानों की सब्जी आढ़तियों व व्यापारियों द्वारा खरीदी गई, व ग्राहकों को सब्जी बेची गई। राजस्थान के साथ लगते गांवों में भी सब्जी की दुकानें रोजाना की तरह खुली रही। याद रहे यह दुकानदार बहरोड़ कोटपूतली से सब्जी की खरीदारी करते हैं। इसलिए इनके ऊपर मंडी अटेली नारनौल के आढ़तियों का कोई प्रभाव नहीं है। कुछ दुकानदार महेंद्रगढ़ से भी सब्जी की खरीदारी करते हैं। महेंद्रगढ़ की मंडी खुली रहने के कारण उन्हें किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा। यहां यह बात उल्लेखनीय की इस समय शादी विवाह का सीजन चल रहा है और इस हड़ताल का सीधा असर शादी ब्याह वालों के ऊपर पड़ रहा है।

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