फएनजी संस्थान में दो दिवसीय आईपीएम अभिरुचि प्रशिक्षण शिविर का समापन
City24news/हरिओम भारद्वाज
होडल | गाँव औरंगाबाद-कोंडल रोड स्थित फएनजी संस्थान के प्रांगण में कृषि मंत्रालय भारत सरकार की ओर से एकीकृत नाशीजीव प्रबंधन केंद्र फरीदाबाद के द्वारा खरीफ फसलों पर दो दिवसीय आईपीएम अभिरुचि प्रशिक्षण शिविर का गुरुवार को समापन किया गया। इस शिविर में आसपास के आधा दर्जन से ज्यादा गांवों के किसानों ने हिस्सा लिया।
औरंगाबाद-कोंडल रोड स्थित फएनजी संस्थान के प्रांगण में किसानों के लिए आयोजित दो दिवसीय आईपीएम अभिरुचि प्रशिक्षण शिविर में शामिल हुए किसानों से फरीदाबाद केंद्र से पहुंची उप निदेशक डा. बंदना पांडे ने किसानों को फसल में हानिकारक कीट एवं बीमारियों को किस तरह नियंत्रण किया जाए इसकी जानकारी दी। कीटनाशकों का विवेक पूर्ण प्रयोग एवं छिड़काव करने में क्या-क्या सावधानियां रखी जाए इसकी जानकारी दी। डा. बंदना ने किसानों को ट्राइकोडमार द्वारा बीज उपचार करना बताया तथा किसानों को ट्राइकोडमार फफूंद नाशक पाउडर भी वितरित किया गया। उन्होंनेकिसानों को कम से कम रासायनिक कीटनाशक उपयोग कर कैसे फसल को बचाया जाए इसके बारे में भी जानकारी दी। शिविर में किसानों को फसल में लगने वाले कीट बीमारियों एवं रोग की पहचान चार्ट द्वारा करना बताया एवं मित्र कीटों की पहचान एवं किस तरह यह हानिकारक कीटो को नियंत्रण करते है इसकी भी जानकारी दी। शिविर में भारत सरकार द्वारा बनाया गया नया ऐप एनपीएसएस को भी किसानों के मोबाइल पर डाउन लोड़ कर इस ऐप द्वारा किस प्रकार कीट बीमारियों की पहचान फोटो द्वारा करी जाती है उसकी जानकारी दी गई साथ में उस बीमारी रोकथाम के उपाय भी ऐप पर तुरंत मिल जाती है उसके बारे में भी विस्तार से जानकारी दी गई। इस मौके पर शिविर में फएनजी संस्थान के चेयरमैन दीपेश-राकेश चौहान, सह निदेशक सुनील चंद्रा, वनस्पति संरक्षक अधिकारी लक्ष्मीनारायण, जमुना नेगी, रामजीत मौर्या के अलावा अन्य अधिकारी व आधा दर्जन गावों के किसान मौजूद थे।