वीर शहीद हसन खान मेवाती व शहीद करीम खान को श्रद्धांजलि अर्पित, विकास के मुद्दों पर गरमाया मेवात
-70 वर्षों की उपेक्षित समस्याओं को उठाने का संकल्प, पदयात्रा पहुंची नगीना
City24News/अनिल मोहनिया
नूंह | वंदे सरदार एकता पदयात्रा शहीद करीम खान को पुष्पांजलि अर्पित कर अपनी 9वें दिन की यात्रा की शुरुआत की। शहादत को सलाम करने के बाद पदयात्रा नगीना के लिए रवाना हुई और रास्ते में गांव धमाला, मूसा नगर, रंगाला राजपुर मोड़, नसीर बास, बोड़ी कोठी, मोहम्मद बास, खेड़ी खुर्द मोड़, सिसवाना, जाटका, नांगल मुबारिकपुर मोड़, रानीका मोड़, मांड़ीखेड़ा, नाई नंगला, सांठावाड़ी मोड़, पिथोरपुरी, नगीना, गुमट बिहारी रोड और करहेड़ा रोड से होते हुए आगे बढ़ी। अंतिम पड़ाव के रूप में यात्रा अमर शहीद राजा हसन खान मेवाती की प्रतिमा तक पहुंची, जहां नगीना कॉलेज परिसर में वीर मेवाती को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
श्रद्धांजलि कार्यक्रम में पूर्व मंत्री चौधरी आजाद मोहम्मद, राज्य पुरस्कार विजेता सबीला जंग, धमाला के सरपंच राजेश कुमार, साकरस के पूर्व सरपंच फजरुद्दीन बेसर, समाजसेवी रशीद अहमद, हरियाणा गोसेवा आयोग के सदस्य आस मोहम्मद, समाजसेवी जुहुरुद्दीन तेड़, मौलवी सलीम खान, पिनगवां मंडल अध्यक्ष जसराज जाटव तेड़िया, साकरस मंडल अध्यक्ष इंद्र, नगीना मंडल अध्यक्ष चेतराम सैनी, भाजपा नेता शिवकुमार बंटी, जाकिर हुसैन कोटला, राज्य पुरस्कार विजेता राजूद्दीन, समाजसेवी रूमा सरकार, सीमा वर्मा, पदयात्रा के अध्यक्ष जफरूद्दीन बाघोड़िया, प्रवक्ता असलम गोरवाल, महासचिव मोहम्मद साजिद, घासेड़ा सरपंच इमरान खान, मास्टर रफीक खान अल्वी, फजरुद्दीन भादस, अल्पसंख्यक मोर्चा महामंत्री सोनू प्रजापति, शाहीन रनियाला, बीरबल भारद्वाज, डॉ. कामरान, इंजीनियर अनवर खान बाई, मंडल महामंत्री तुलाराम सैनी, मुबीन खान सैक्ट्री, मार्केट कमेटी पूर्व अध्यक्ष महावीर सैनी, हाजी हसन मोहम्मद सहित अनेक प्रमुख हस्तियां मौजूद रहीं।
मुख्यमंत्री के मीडिया कोऑर्डिनेटर मुकेश वशिष्ठ ने बताया कि यह पदयात्रा वंदे मातरम और पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती को समर्पित है। उन्होंने कहा कि यात्रा का उद्देश्य 17 मार्च 2027 को वीर संहिता हसन खान मेवाती के 500वें बलिदान दिवस के उपलक्ष में एक ऐतिहासिक समारोह आयोजित करना है। साथ में मेवात की रेल कनेक्टिविटी, यूनिवर्सिटी, मरोड़ा कट, उद्योग-धंधों का विकास और अन्य 70 साल से लंबित समस्याओं को सरकार तक मजबूती से पहुंचाना भी इस यात्रा का लक्ष्य है।
वशिष्ठ ने आरोप लगाया कि मेवात की दशकों से चली आ रही बदहाली की जड़ यहां की खानदानी राजनीति रही है। “यदि इन लोगों ने विकास के बारे में सोचा होता तो आज मेवात दिन-दुगनी रात-चौगुनी तरक्की कर रहा होता। उन्होंने विश्वास जताया कि यह पदयात्रा मेवात की आवाज को नया बल देगी और विकास कार्यों की राह खोलेगी। उन्होंने कहा कि उद्योग धंधे नहीं होने के कारण नौजवान आधी रात तक रील्स देखते हैं। फिरोजपुर झिरका में हम बैठे हैं इस उपमंडल के नगीना और फिरोजपुर झिरका के 52 गांवों और 80 गांवों में मनोहर लाल ने पीने का पानी पहुंचाया।
