फिरोजपुर झिरका विधानसभा क्षेत्र के पीठासन व वैकल्पिक पीठासीन अधिकारियों का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित

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नल्हड़ मेडिकल कॉलेज स्थित ऑडिटोरियम में आयोजित हुआ प्रशिक्षण कार्यक्रम
पोलिंग पार्टी की होती है मतदान केंद्र पर चुनाव प्रक्रिया संपन्न कराने की सारी जिम्मेवारी : डॉ. चिनार चहल 

City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | फिरोजपुर झिरका विधानसभा क्षेत्र की रिटर्निंग अधिकारी डॉ. चिनार चहल ने वीरवार को नल्हड़ मेडिकल कॉलेज स्थित ऑडिटोरियम में फिरोजपुर झिरका विधानसभा क्षेत्र के पीठासीन एवं वैकल्पिक पीठासीन अधिकारियों व पोलिंग स्टाफ के लिए आयोजित प्रशिक्षण कार्यशाला में उपस्थित पीठासीन एवं वैकल्पिक पीठासीन अधिकारियों व पोलिंग स्टाफ को संबोधित करते हुए कहा कि आगामी 5 अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनाव को व्यवस्थित,निष्पक्ष एवं पारदर्शी तरीके से करवाना पीठासीन व वैकल्पिक पीठासीन अधिकारियों की अहम जिम्मेदारी है। डॉ. चिनार चहल ने प्रशिक्षण कार्यक्रम में कहा कि मतदान केंद्र पर चुनाव प्रक्रिया संपन्न कराने की सारी जिम्मेवारी पोलिंग पार्टी की होती है। ऐसे में पोलिंग स्टाफ को लेकर भारतीय निर्वाचन आयोग के सभी दिशा-निर्देशों का अच्छी प्रकार से अध्ययन अवश्य करें। किसी विषय को लेकर संशय भी हो तो आपस में बातचीत कर आवश्यक जानकारी प्राप्त करें। उन्होंने कहा कि चुनाव को पारदर्शी एवं निष्पक्ष ढंग से संपन्न करवाने के लिए अपनी जिम्मेदारी को गंभीरता से पूरा करना सबसे जरूरी है। उन्होंने निर्देश दिए कि अधिकारी किसी स्तर पर लापरवाही न बरतें। लोकतंत्र में चुनाव का विशेष महत्व है और चुनाव मतदान केंद्र पर होता है। मतदान केंद्र पर चुनाव संबंधी प्रक्रिया को संपन्न कराने से बड़ी कोई ड्यूटी नहीं होती।

उन्होंने ने कहा कि चुनाव प्रक्रिया को टीम भावना से ही संपन्न करवाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि चुनाव में प्रशिक्षण भी महत्वपूर्ण प्रक्रिया है। जो पोलिंग पार्टियां अच्छे से प्रशिक्षित होकर चुनाव कराने जाएंगी, वे ही पूर्ण रूप से निष्पक्ष एवं पारदर्शी चुनाव कराने में सफल होंगी और मतदान प्रक्रिया भी सुगमता से आयोजित कर पाएंगी।  विधानसभा चुनाव में ड्यूटी करने वाले प्रत्येक अधिकारी व कर्मचारी को जिला प्रशासन की ओर से पूरा सहयोग दिया जाएगा। कार्यशाला में रिटर्निंग अधिकारियों व मास्टर ट्रैनर ने ईवीएम की बारीकियों के बारे में जानकारी दी तथा पोलिंग पार्टियों के कार्यों व जिम्मेदारियों के बारे में विस्तार से बताया गया। डॉ. चिनार चहल  ने कहा कि चुनाव के दिन पीठासीन अधिकारी अपने क्षेत्र के सेक्टर ऑफिसर, सुरक्षा कर्मी, पोलिंग ऑफिसर आदि से बेहतर समन्वय स्थापित रखना चाहिए। सभी अधिकारी पीओ हैंडबुक को ध्यान से पढ़ेें और अपनी डायरी को सावधानीपूर्वक भरें। प्रत्येक पीठासीन अधिकारी को बूथ पर अपनी ड्यूटी के बारे में विस्तृत जानकारी होनी चाहिए। ईवीएम मशीन, वीवीपैट, टेंडर वोट, चैलेंज वोट, टेस्ट वोट, फार्म 17 ए, फार्म 17 सी को भरना, मॉकपोल करवाना आदि के बारे में पीओ को पूरा ज्ञान होना जरूरी है। किसी भी स्थिति में जल्दबाजी में कोई निर्णय न लें। पीठासीन अधिकारियों के सहयोग के लिए फील्ड में सेक्टर ऑफिसर भी नियुक्त किए जाएंगे। 

उन्होंने कहा कि पीठासीन अधिकारी व उनकी टीम यह ध्यान रखें कि बूथ पर जाने के बाद किसी निजी भवन में भोजन या विश्राम न करें। वे अपने बूथ पर ही रहें। बूथ पर मतदान सुबह सात बजे शुरू होगा तथा मॉकपोल 5.30 बजे करवाया जाए। मॉकपोल के समय यदि पोलिंग एजेंट नहीं आए हैं तो 15 मिनट इंतजार कर सकते हैं। मतदान केंद्र के अंदर कोई वोटर अपनी आईडी को मोबाइल फोन में दिखाना चाहे तो यह मान्य नहीं होगा। बूथ में कोई भी नागरिक मोबाइल फोन लेकर नहीं जा सकता। इसके लिए पोलिंग पार्टियां पुलिस कर्मचारियों के सहयोग से वोटर्स के मोबाइल को बाहर ही रखवा दें। उन्होंने कहा कि पोलिंग पार्टियों के सभी सदस्य ईवीएम ऑन करने व बंद करके सील करने तक की पूरी प्रक्रिया की हैंड प्रैक्टिस अवश्य कर लें, ताकि चुनाव के दौरान कोई दिक्कत न आए। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में फिरोजपुर झिरका विधानसभा क्षेत्र के सामान्य पर्यवेक्षक जे. मंजूनाथ भी उपस्थित रहे।

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