गर्मी से बचने के लिए सुबह 10 बजे से सांय तीन बजे तक खुले आसमान के नीचे निकले से करें परहेज

-घुटन महसूस होने तथा तबियत खराब होने पर तत्काल चिकित्सक से परामर्श लें
-अत्यधिक पेय पदार्थ का सेवन करें ओर विस्फोटक पदार्थों से दूर रहें
City24news/सुनील दीक्षित
कनीना | बढती गर्मी को देखते हुए रविवार को बैसाख मास की अमावस्या से जेठ माह की भीषण गर्मी का एहसास होने लगा है। जिसे लेकर जिला प्रशासन एवं मौसम विशेषज्ञों की ओर से एडवाइजरी जारी की गई है। जिसके मुताबिक 29 अप्रैल से 2 जून तक सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक कोई भी व्यक्ति खुले आसमान के नीचे निकलने से परहेज करे। मौसम विभाग के नोडल अधिकारी डाॅ चन्द्रमोहन ने बताया कि इस दौरान तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से 55 डिग्री सेल्सियस तक रहने का अनुमान है। गर्मी एवं हीटवेव के चलते किसी भी व्यक्ति को घुटन महसूस हो या अचानक तबियत खराब हो तत्काल डॉक्टर से परामर्श लें।
गर्मी के चलते ग्रामीण दरवाजा खोल कर रखंे, मोबाइल का प्रयोग कम से कम करे, मोबाइल फटने की संभावना जताई जा रही है,दही-छाछ एवं रबडी सहित बेलगिरी का जूस आदि ठंडे पेय पदार्थ एवं पानी का अत्यधिक प्रयोग करें।
बढते तापमान के चलते आगजनी की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए गैस सामग्री, लाइटर, कार्बोनेटेड पेय पदार्थ, सामान्यत इत्र और उपकरण बैटरी का इस्तेमाल करते समय सावधानी बरतें। कार की खिड़कियाँ थोड़ी खुली रखें। किसी भी वाहन के फ्यूल टैंक को पूरा न भरें,शाम के समय कार में ईंधन भरें, सुबह के समय कार से यात्रा करने से बचें, यात्रा के दौरान कार के टायरों में अधिक हवा न भरें। अत्यधिक गर्मी होने से जमींन से जानवर निकलने का खतरा है। बिच्छु और सांप से सावधान रहें। ये बिल से निकलकर ठंडी जगहों की तलाश में पार्क और घरों में प्रवेश कर सकते हैं।
एसडीएम डाॅ जितेंद्र सिंह अहलावत ने बताया कि गर्मी से बचने के लिए खूब पानी और तरल पदार्थ पियें,सुनिश्चित करें कि गैस सिलेंडर को धूप में न रखें, बिजली मीटरों पर अधिक भार न डालें और एयर कंडीशनर का उपयोग केवल घर के व्यस्त क्षेत्रों में करें, विशेषकर अत्यधिक गर्मी के समय में। दो तीन घंटे के बाद 30 मिनट का रेस्ट जरूर दे। सूरज की रोशनी के सीधे संपर्क में आने से बचें। खासकर सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे के बीच। उन्होंने कहा कि गर्मी से बचाव करें ओर स्वस्थ्य रहें।