कपास व बाजरे के खतों में जमा हुए बारिश के जलभराव से नुकसान की संभावना बनी

–एसडीएम व नायब तहसीलदार ने बागोत में पंपसेट चालू करवाकर नहर में लिफ्ट करवाया पानी
City24news/सुनील दीक्षित
कनीना | कनीना क्षेत्र में लगभग प्रतिदिन हो रही मानसून की बारिश का पानी खेतों में जमा होने से फसल खराब होने की संभावना बनने लगी है। मंगलवार को क्षेत्र में 21 एमएम बारिश रिकार्ड की गई। इससे पूर्व सोमवार को 17 एमएम बारिश हुई थी। छितरोली व बागोत के कपास व बजारे के खेतों में पानी भरने की सूचना पर एसडीएम डाॅ जितेंद्र सिंह अहलावत, नायब तहसीलदार दलबीर सिंह दुग्गल मौके पर पंहुचे ओर हालातों का जायजा लिया। उन्होंने खेतों में जमा पानी का निकालने के लिए पंचायत व नहर विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए। एक घंटे भर में पंपसेट लगवाकर खेतों में जमा पानी को नहर में लिफ्ट करने का कार्य शुरू कर दिया गया। जिस पर किसानों ने खुशी जताई। दूसरी ओर बारिश के बाद जगह-जगह जलभराव होने से वाहन चालकों तथा राहगीरों को परेशानी का सामना करना पडा। रामपुरी डिस्ट्रीब्यूटरी के लीकेज साईफन की वजह से सडक में गड्ढे ब गए हैं जो सडक हादसों को बढावा दे रहे हैं। गुढा बस स्टैंड व राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के गेट के सामने पानी जमा होने से यात्रियों का निकलना दुश्वार हो रहा है। कनीना में अटेली मोड, बीडीपीओ कार्यालय, बस स्टैंड, रेवाडी मोड पर जलभराव हो गया। जिससे स्थानीय नागरिकों के रोजमर्रा के कार्य प्रभावित हो गए।
कनीना-बागोत के पंपसेट चालू करवाकर खेतों में जमा पानी की निकासी करवाते एसडीएम डाॅ जितेंद्र अहलावत व नायब तहसीलदार दलबीर दुग्गल।