सुबह कार चलाकर पहुंचा अस्पताल, शाम को हो गई युवक की मौत
परिजनों ने चिकित्सक पर लगाया ओवरडोज इंजेक्शन लगाने का आरोप, युवक के अंग किए दान
City24news/ब्यूरो
फरीदाबाद। सेक्टर-55 निवासी एक युवक की इलाज के दौरान मौत होने पर परिजनों ने ओल्ड फरीदाबाद स्थित एक निजी अस्पताल के चिकित्सक पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया। पुलिस ने समझा बुझाकर परिजनों को युवक के शव का पोस्टमार्टम करवाने की बात कही। जिस पर परिजनों ने युवक के कुछ अंग दान करते हुए युवक का पोस्टमार्टम करवाते हुए आरोपी चिकित्सक के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग करते हुए माफी मांगने की मांग उठाई है। वहीं पुलिस का कहना है कि वह पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर मामला दर्ज करेंगी। फिलहाल युवक के शव का पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सौंप दिया गया है।
यह है पूरा मामला: सेक्टर-55 निवासी स्वास्तिक ने नीट का एग्जाम दिया था, वह चिकित्सक बनना चहाता था, उसने इसके लिए कोटा से कोचिंग करने का प्लान बनाया था। लेकिन उसको पिछले कुछ दिनो से जुकाम था, जिस पर उसने बल्लभगढ़ के एक चिकित्सक से जांच करवाई। जांच में चिकित्सक ने बताया कि स्वास्तिक की नाक की हड्डी बढ़ी हुई है, जिस पर उसका आॅपरेशन करना होगा। सोमवार की सुबह उन्होंने स्वास्तिक को ओल्ड फरीदाबाद के निजी अस्पताल में बुलवा लिया। जहां स्वास्तिक स्वयं गाड़ी चलाकर ठीक ठाक पहुंचा, शाम को उक्त चिकित्सक ने अस्पताल में स्वास्तिक का आॅपरेशन कर दिया। इस दौरान स्वास्तिक की मौत हो गई। अब परिवार वालों का कहना है सुबह स्वास्तिक ठीक था तो शाम को उसकी मौत कैसे हो सकती है। जिसे लेकर उन्होंने चिकित्सक पर आॅपरेशन के दौरान दी गई बेहोशी की दवा की अधिक डोज देने या फिर आॅपरेशन में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया। जिस पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर परिजनों को युवक के पोस्टमार्टम की बात कहकर शांत करवाया। जिस पर परिजन पोस्टमार्टम करवाने के लिए तैयार हो गए। वहीं परिवार की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। लेकिन परिवार वाले आॅपरेशन करने वाले चिकित्सक और आॅपरेशन में शामिल सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। चाचा भुवनेश्वर हिंदुस्तानी ने बताया कि जब तक पुलिस आरोपी डॉक्टर और उसके स्टाफ के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं करती तब तक वे शव का दाह संस्कार नहीं करेंगे। वहीं पिता शशिकांत ने अपने बेटे के कई अंगों को दान कर दिया। ताकि दूसरे जरूरतमंद लोग उनका लाभ उठा सके।