पारदर्शी, निष्पक्ष व भयमुक्त वातावरण में चुनाव संपन्न कराना है जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता : धीरेंद्र खड़गटा
जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा ने किया पीठासीन अधिकारियों को संबोधित
चुनाव ड्यूटी निष्ठापूर्वक निभाएं अधिकारी, पीठासीन अधिकारियों की हुई ट्रेनिंग
ईवीएम व वीवीपैट की बारीकियों से कराया गया अवगत
लोगों को मतदान के लिए जागरूक करने के लिए पीठासीन अधिकारियों को दिलाई शपथ
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा ने कहा कि पारदर्शी, निष्पक्ष व भयमुक्त वातावरण में चुनाव संपन्न कराना जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है और यह तभी संभव है जब बूथ पर मौजूद प्रत्येक अधिकारी अपने कार्य का निर्वहन पूरी निष्ठा व ईमानदारी के साथ करें।
उन्होंने कहा कि संबंधित अधिकारी चुनाव के लिए शारीरिक रूप के साथ-साथ अपने आप को मानसिक रूप से भी तैयार रखेें। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव हमारे लिए खुद को बेहतर साबित करने व आत्मसंतुष्टि का सुखद अवसर है।
धीरेंद्र खड़गटा रविवार को नल्हड़ मेडिकल कॉलेज ऑडिटोरियम में पीठासीन अधिकारियों की प्रशिक्षण कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने पीठासीन अधिकारियों को चुनाव के दौरान उनकी जिम्मेदारियों और कर्तव्यों के बारे में बताते हुए कहा कि पीठासीन अधिकारी चुनाव के दौरान मतदान केंद्रों पर शांति और निष्पक्षता बनाए रखने के लिए रखें। उन्होंने कहा कि पीठासीन अधिकारियों को मतदान के दिन मतदान केंद्रों पर समय पर उपस्थित होना होगा और मतदाताओं को सही तरीके से मतदान करने में मदद करनी होगी।
इसके अलावा, जिला निर्वाचन अधिकारी ने पीठासीन अधिकारियों को मतदान के दौरान किसी भी तरह की हिंसा या अव्यवस्था को रोकने के लिए पूरी तरह से तैयार रहने के निर्देश दिए।
उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी धीरेंद्र खड़गटा ने पीठासीन अधिकारियों के प्रशिक्षण कार्यक्रम में 5 अक्टूबर को होने वाले मतदान में बढ़-चढ़कर भागीदारी करने व अन्य लोगों को भी मतदान जरूर करने बारे प्रेरित करने तथा धर्म, संप्रदाय, जाति के भेदभाव के बिना अपने मताधिकार का प्रयोग करने की शपथ दिलाई।
उन्होंने पीठासीन अधिकारियों को मतदान के दौरान अपने कर्तव्यों का पालन करने के लिए प्रेरित किया । जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि पीठासीन अधिकारी चुनाव के दौरान अपने कर्तव्यों का पालन करके लोकतंत्र को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं।
उन्होंने पीठासीन अधिकारियों को चुनाव की ट्रेनिंग देते हुए कहा कि चुनाव सामग्री को संभालने के बाद पीठासीन अधिकारीयों को अपने बूथ पर जाकर सबसे पहले बूथ का निरीक्षण करना चाहिए। मतदान केंद्र में ईवीएम मशीन का स्थान खिड़की से दूर होना चाहिए। जिससे कि मतदान की गोपनीयता बनी रहे। यह ध्यान रखें कि प्रत्येक मतदाता ईवीएम का बटन स्वयं दबाए। कोई मतदाता कुछ पूछता है तो उसका जवाब बूथ पर नियुक्त पोलिंग पार्टी के सदस्य दे सकते हैं। मतदाता के साथ कोई दूसरा आदमी ईवीएम के समीप ना जाए।
उन्होंने ने प्रशिक्षण के दौरान बताया कि पीठासीन अधिकारी यह सुनिश्चित कर ले कि मतदान सुबह सात बजे शुरू हो जाना चाहिए। इसलिए अपनी मॉक पोल की प्रक्रिया सुबह 5.30 बजे शुरू कर दें। उन्होंने कहा कि मतदान प्रक्रिया शाम 6 बजे तक जारी रहेगी। इस समय कुछ मतदाता कतार में लगे हुए हैं तो उनको लाइन में पीछे खड़े मतदाता को पर्ची क्रमांक एक से शुरू कर पहले व्यक्ति तक पर्ची नंबर बांट दें। जिससे कि और आदमी लाइन में लगकर खड़े ना हों। उन्होंने कहा कि बूथ पर जाकर प्रत्याशियों के पोलिंग एजेंट के फार्म पहले दिन ही भरवा लें। इसके लिए फार्म नंबर दस भरा जाएगा।
उन्होंने सभी अधिकारी निष्ठा व ईमानदारी से कार्य करें और भारत निर्वाचन आयोग की निर्देशों की पूर्ण जानकारी लें। कोई भी कार्य ऐसा नहीं होना चाहिए कि चुनाव आयोग की पालना न करता हो। उन्होंने चुनाव से जुड़े अधिकारियों को चुनाव अधिकारी की डायरी, फॉर्म एवं ईवीएम रिकॉर्ड सहित विभिन्न फार्मों की विस्तार से जानकारी दी।
इस अवसर पर एसडीएम नूंह प्रदीप अहलावत, एसडीएम फिरोजपुर झिरका डॉ. चिनार चहल, जिला शिक्षा अधिकारी परमजीत चहल सहित पीठासीन अधिकारी मौजूद रहे।