हरियाणा विधानसभा का तीन दिवसीय शीतकालीन सत्र शुरू, नूंह के लोगों ने उठाई विकास से जुड़ी मांगें।
City24News/अनिल मोहनिया
नूंह | चंडीगढ़ में तीन दिवसीय हरियाणा विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू हो गया है। इस सत्र से प्रदेशभर के लोगों को कई अहम मुद्दों पर चर्चा और समाधान की उम्मीद है। वहीं नूंह जिले के लोगों ने भी विधानसभा सत्र के दौरान अपने जिले से जुड़े ज्वलंत मुद्दों को प्रमुखता से उठाने की मांग की है।
नूंह जिले के आसिफ अली, वली मोहमद ,उमर मोहम्मद, जमील अहमद, एजाज अहमद इत्यादि नागरिकों का कहना है कि आज भी जिला सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार जैसी मूलभूत सुविधाओं के मामले में पिछड़ा हुआ है। कई गांवों में सड़कों की हालत जर्जर बनी हुई है, जिससे आम लोगों को आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। बरसात के मौसम में हालात और भी बदतर हो जाते हैं।
स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर भी लोगों में नाराजगी देखने को मिल रही है। जिले में पर्याप्त डॉक्टरों, स्टाफ और संसाधनों की कमी बताई जा रही है। गंभीर मरीजों को इलाज के लिए दूर-दराज के शहरों का रुख करना पड़ता है, जिससे समय और पैसे दोनों की बर्बादी होती है।
शिक्षा के क्षेत्र में भी नूंह जिला कई चुनौतियों से जूझ रहा है। लोगों का कहना है कि सरकारी स्कूलों और कॉलेजों में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है, वहीं उच्च शिक्षा और तकनीकी शिक्षा के अवसर सीमित हैं। इसके चलते युवाओं को बाहर जाना मजबूरी बन गई है।
रोजगार को लेकर जिले के युवाओं में खासा असंतोष है। स्थानीय स्तर पर रोजगार के साधन न होने के कारण युवा वर्ग बेरोजगारी की समस्या से जूझ रहा है। लोगों का मानना है कि अगर जिले में उद्योग, कौशल विकास केंद्र और प्रशिक्षण संस्थान स्थापित किए जाएं तो हालात सुधर सकते हैं।
नूंह जिले के लोगों ने अपील की है कि जिले से जुड़े विधायक विधानसभा के इस शीतकालीन सत्र में नूंह की समस्याओं को मजबूती से उठाएं, ताकि सरकार का ध्यान इन मुद्दों की ओर जाए और ठोस समाधान निकल सके। लोगों को उम्मीद है कि यह सत्र नूंह जिले के विकास के लिए नई दिशा तय करेगा।
