औलावृष्टि से खराब हुई फसल का तहसीलदार ने किया मौका निरीक्षण
किसानों को दिया उचित सर्वे रिपोर्ट बनाने का आश्वासन
जल्द ओपन होगा क्षतिपूर्ति पोर्टल
City24news/सुनील दीक्षित
कनीना । कनीना क्षेत्र के सात गावों में हाल ही में बारिश के साथ हुई औलावृष्टि से खराब हुई सरसों की फसल का कनीना के तहसीलदार संजीव नागर ने मौका निरीक्षण कर किसानों को उचित मुआवजे का आश्वासन दिया। किसानों ने खराब फसल के मुआवजे की मांग को लेकर सोमवार को एसडीएम कनीना, प्रदेश की स्वास्थ्य मंत्री तथा मुख्यमंत्री के नाम अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा था। किसाों ने ज्ञापन में कहा था कि सरसों की फसल में अत्यधिक नुकसान हुआ है जबकि रिपोर्ट कम की तैयार की गई है। बीते शनिवार को औलावृष्टि प्रभावित फसलों का कृषि एवं भू-राजस्व विभाग के अधिकारियों द्वरा खेतों में जाकर जायजा लिया था। कृषि विभाग के उपमंडल अधिकारी डाॅ अजय यादव ने कहा कि कनीना विकास खंड में करीब 32 हजार हैक्टेयर कृषि योग्य भूमि में से 19500 हैक्टेयर भूमि पर सरसों तथा 9700 हैक्टेयर भूमि पर गेहूं की बिजाई की गई है। जिनमें बीते शुक्रवार रात्री के समय बारिश के साथ हुई औलावृष्टि से 7 गावों पोता, स्याणा, सेहलंग, अगिहार, बागोत, तलवाना,खेडी में हजारों एकड सरसों की फसल में अत्यधिक नुकसान की उम्मीद है। ज्ञापन मिलने के बाद तहसीलदार संजीव नागर, कानूनगो उमेद सिंह जाखड,पटवारी संजीत कुमार, पटवारी मनोज कुमार, प्रदीप कुमार, महेंद्र सिंह ने खराब हुई फसल का अवलोकन किया ओर किसानों को क्षतिपूर्ति पार्टल पर नुकसान अपलोड करने को कहा। उन्होंने कहा कि औलावुष्टि से खराब हुई फसल की उचित सर्वे रिपोर्ट तैयार कर उच्च अधिकारियों को भेजी जाएगी। दूसरी ओर इस बारिश के बाद किसानों को रबि फसल में सिंचाई से छुटकारा मिला है। तापमान में गिरावट आने से ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। जिससे जनजीवन प्रभावित होने लगा है। पिछले 5 दिन से आसमान में बादलवाइ होने से कडाके की ठंड से जन-जीवन ठहरा हुआ है। इस मौके पर किसान हनुमान सिंह, रामसिंह, देवेंद्र सिंह, छत्रपाल सिंह, बीर सिंह, मुकेश यादव, संतलाल,राजेश, सुभाष, लोकेश,कुलदीप, सतीश उपस्थित थे।