कनीना मंडी में पटरी पर लौटने लगी बाजरे की खरीद व्यवस्था
-31 अक्टूबर तक खरीद होने की कानों कान खबर फैलने से बृहस्पतिवार को हुई अधिक आवक
-8953 गेट पास के मुकाबले 2-75 लाख क्विंटल बाजरे की हो चुकी है आवक
-सरकार की ओर से 15 नवंबर तक बाजरा खरीद करने का जारी किया था शेड्यूल
City24news/सुनील दीक्षित
कनीना | कनीना मंडी में हाल ही में तत्कालीन सचिव मनोज पराशर के निलंबन को लेकर घटित एपिसोड के बाद बाजरे की खरीद को लेकर मार्केट कमेटी प्रशासन सतर्क हो गया है। नयी मंडी चेलावास में आने वाले बाजरे के वाहनों के गेटपास जारी कर सम्बंधित फर्म तक पहुंचाया जा रहा है। इस कार्य में मार्केट कमेटी कर्मचारी एवं एसडीएम कार्यालय के कर्मचारी जुटे हुए हैं। किसानों की समस्या को देखते हुए मंडी में खराब पड़े दूसरे धर्मकांटे को भी दुरूस्त करवाया गया है। बता दें कि इस बार अत्यधिक बारिश होने के चलते बाजरे की फसल खराब हो गई थी। बदरंग हुए बाजरे के खरीद मानकों पर सही नहीं उतरने पर हरियाणा सरकार बाजरे की सरकारी खरीद नहीं हो सकी। जबकि प्रदेश सरकार द्वारा 575 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से भावांतर भरपाई देने का ऐलान कर चुकी है। भावांतर का लाभ लेने के लिए किसान जींस लेकर मंडी में पहुंच रहे हैं। 31 अक्टूबर तक खरीद होने की कानों कान खबर फैलने से बृहस्पतिवार को कनीना मंडी में किसानों के बाजरे से लदे वाहनों की कतार लग गई। जबकि सरकार की ओर से 15 नवंबर तक बाजरे की खरीद किए जाने का शेड्यूल जारी किया गया है। मार्केट कमेटी के सचिव अजीत सिंह ने बताया कि 23 सितंबर से लेकर बृहस्पतिवार दोपहर तक कनीना अनाज मंडी में 8953 गेट पास के मुकाबले 2-75 लाख क्विंटल बाजरे की आवक हो चुकी है। जिसमें से 8476 किसानों का 2-60 लाख क्विंटल बाजरा खरीदा जा चुका है। उन्होंने बताया कि बाजरे की खरीद को लेकर अभी तक उनके पास कोई पत्र नहीं आया है। पुराने शेड्यूल के मुताबिक खरीद कार्य 15 नवंबर तक जारी रहने की संभावना है। मंडी में प्राइवेट खरीद एजेंट 1800 से 1900 रुपये प्रति क्विंटल की दर से बाजरे की खरीद कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि मंडी में आने वाले किसानों के लिए बिजली-पेयजल की समुचित व्यवस्था की गई है।
कनीना-कनीना की नयी अनाज मंडी में हो रहे बाजरा खरीद का दृष्य।
