डेढ माह पूर्व संपन्न हुए गुढा पैक्स के चुनाव पर लटकी रद्द होने की तलवार

-उप रजिस्ट्रार भिवानी ने रसूलपुर के व्यक्ति द्वारा दाखिल की गई चुनाव याचिका पर की सुनवाई
-पत्र जारी कर पदाधिकारियों के चुनाव पर आगामी आदेशों तक लगाई रोक
-चुनाव प्रक्रिया में अनियमितताएं बरतने का आरोप
City24news/अनिल मोहनिया
कनीना |बीती 8 मई को संपन्न हुए प्राथमिक एग्रीकल्चर कोऑपरेटिव सोसाइटी, पैक्स गुढ़ा के चुनाव में अनियमितताएं बरते जाने को लेकर चुनाव परिणाम रद्द होने का संशय बढ गया है। इस बारे में न्यायालय उप रजिस्ट्रार सहकारी समितियां भिवानी की ओर से रसूलपुर वासी कृष्ण कुमार की चुनाव याचिका पर सुनवाई करते हुए पत्र जारी किया है। जारी किए गए पत्र क्रमांक 1744-1747 के माध्यम से निर्वाचन अधिकारी कम सहायक रजिस्ट्रार सहायक समितियां महेंद्रगढ, प्रबंधक गुढा पैक्स व सुमन वासी रसूलपुर को सूचना भेज दी गई है। याचिकाकर्ता कृष्ण कुमार ने अपनी दलील में कहा कि गुढा पैक्स का चुनाव आठ मई 2025 को हुआ था जिसमें उसे एससी कोटे से निर्विरोध चुना जाना था। लेकिन चुनाव अधिकारी ने अनियमितताएं बरतते हुए उसकी नियुक्ति रद्द कर दी ओर दूसरे प्रत्याशी का चयन कर दिया। उसके बाद पदाधिकारियों के चुनाव की तिथि 20 जून 2025 तय कर दी गई। उन्होंने कहा कि चुनाव याचिका लंबित रहने पर चुनाव प्रक्रिया पर रोक लगाने की मांग की थी। जिस पर उप रजिस्ट्रार बंसी लाल ने याचिका पर सुनवाई करते हुए पदाधिकारियों के चुनाव पर आगामी आदेशों तक रोक लगा दी है। इस फैसले के बाद मतदाताओं में तरह-तरह की चर्चाएं व्याप्त हैं। पूरी प्रोसिडिंग का अवलोकन करने के बाद चुनाव रद्द होने के बादल मंडरा रहे हैं।
14 गावों से चुने गए थे 10 निदेशक
बता दें कि गुढा पैक्स के चुनाव में 14 गावों गुढा, केमला, चेलावास, उन्हाणी, नांगल, मोहनपुर, रसूलपुर, पाथेडा,अगिहार, बूचावास, झगडोली, आनावास,सीगडा व सीगडी के करीब 5500 वोटों के मुकाबले 4 सेल प्वाईंट पर पोलिंग बूथ बनाए गए थे। जिनमें गुढा, झगडोली, पाथेडा व रसूलपुर शामिल थे। चुनाव के लिए 27 व्यक्तियों ने नामांकन पत्र दाखिल किया था। जिसमें से 10 ने अपने आवेदन वापिस ले लिए थे। शेष बचे 17 उम्मीद्वारों में से रिजर्व कैटेगरी की दो महिलाओं सुमन रसूलपुर व सुषमा चेलावास को निर्वाचित घोषित किया गया था। गुढा पैक्स में कार्यरत प्रबंधक राजसिंह ने बताया कि चुनाव मैदान में डटे 17 प्रत्याशियों में से कुल 10 निदेशक एक नाॅन एग्रीकल्चर तथा 7 एग्रीकल्चर कैटेगरी के प्रत्याशियों का चुनाव किया गया था।
चुनाव के समय मतदाताओं को डिफॉल्टर घोषित करने पर भी बढ़ा था गतिरोध
प्राथमिक एग्रीकल्चर कोऑपरेटिव सोसायटी के चुनाव में मतदान केंद्र पर पंहुचने वाले साफ सुथरे खाताधारक मतदाताओं को बैंक कर्मियों ने डिफाल्टर घोषित किया हुआ दिखाया गया था। जबकि वे इस श्रेणी में शामिल नहीं थे। बैंक कर्मियों की लापरवाही तथा मनमर्जी का नतीजा था। पैक्स कर्मचारियों द्वारा ऐसे मतदाताओं को डिफाल्टर श्रेणी में डालकर उनकी प्रतिष्ठा को धूमिल करने का नायाब प्रयास किया गया। जिसे लेकर पैक्स बैंक कर्मचारियों से काफी जद्दोजहद भी हुई थी। कहासुनी के बाद पैक्स कर्मचारियों ने रिकार्ड देखकर उनके नो-ड्यूज प्रमाण पत्र भी जारी कर दिए थे। इस पूरी प्रक्रिया ने पैक्स प्रबंधक व अन्य कर्मचारियों की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े कर दिए थे। ऐसे मतदाताओं ने उच्च अधिकारियों व सहकारिता मंत्री को भी शिकायत की थी।
कनीना-उप रजिस्ट्रार भिवानी द्वारा पदाधिकारियों के चुनाव पर आगामी आदेशों तक रोक लगाने सम्बंधी जारी किया गया पत्र।