नूंह के लोगों ने उठाया गांधी पार्क का मुद्दा।
City24News/अनिल मोहनिया
नूंह | नूंह के लोगों ने गांधी पार्क की बदहाली का मुद्दा प्रमुखता से उठाया गया। पार्क में सुबह-शाम घूमने आने वाले आम नागरिकों ने अपनी पीड़ा साझा करते हुए सरकार और जिला प्रशासन तक अपनी बात पहुंचाने की कोशिश की।
नूंह का गांधी पार्क आज अपनी दुर्दशा पर मानो आंसू बहा रहा है। कभी शहर की शान माना जाने वाला यह पार्क अब बदहाली का शिकार हो चुका है। पार्क की हालत दिन-ब-दिन बद से बदतर होती जा रही है, लेकिन जिला प्रशासन की ओर से इस पर कोई ठोस ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
सुबह-सुबह टहलने आने वाले लोगों का कहना है कि पार्क की देखरेख करने वाला कोई नहीं है। न तो नियमित सफाई होती है और न ही रख-रखाव की कोई व्यवस्था दिखाई देती है। पार्क में चारों ओर गंदगी फैली हुई है, जिससे यहां घूमना भी मुश्किल हो गया है। गंदगी और अव्यवस्था के कारण लोग मजबूरी में पार्क आना छोड़ने लगे हैं।
स्थानीय लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि पार्क में असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है, जिससे महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों को असुरक्षा महसूस होती है। पार्क में लाइट की व्यवस्था भी बेहद खराब है, जिससे शाम के समय अंधेरा छा जाता है और हालात और भी चिंताजनक हो जाते हैं।
गांधी पार्क में घूमने आए स्थानीय लोगों के द्वारा प्रशासन और सरकार से मांग की है कि गांधी पार्क की हालत पर तुरंत संज्ञान लिया जाए। पार्क में साफ-सफाई, सुरक्षा, लाइटिंग और नियमित देखरेख की व्यवस्था की जाए, ताकि यह पार्क एक बार फिर आम जनता के लिए सुरक्षित और उपयोगी बन सके। अब देखना यह है कि जनता की इस आवाज पर सरकार कब और क्या कदम उठाती है।
