भर्तृहरि के स्थान पर श्री दिगंबर नगर रखा जाए जिला का नाम, तिजारा बनें जिला मुख्यालय

City24news/अनिल मोहनिया
-खैरथल-तिजारा जिले का नाम भर्तृहरि नगर करने का विरोध तेज
-प्रधानमंत्री, केंद्रीय गृहमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम मेवात आरटीआई मंच एवं मौजी फाउंडेशन ने भेजे ज्ञापन
-तिजारा को जिला बनाने के लिए मेवात आरटीआई मंच ने चलाई थी मुहिम
नूंह | राजस्थान सरकार द्वारा अचानक खैरथल-तिजारा जिले का नाम बदलकर भर्तृहरि नगर करने के विरोध में मेवात आरटीआई मंच ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह व मुख्यमंत्री को भेजे। शुक्रवार को ज्ञापन के जरिए सामाजिक संगठन मेवात आरटीआई मंच एवं मौजी फाउंडेशन घागस ने मांग उठाई कि अगर राजस्थान की भाजपा सरकार को खैरथल-तिजारा जिले का नाम बदलना है तो इसे भर्तृहरि नगर के स्थान पर भगवान श्री दिगंबर जैन के नाम पर श्री दिगंबर नगर रखा जाए। जिस भर्तृहरि नगर को बीजेपी सरकार रखना चाहती है उसका इस क्षेत्र से कोई लेना-देना नहीं है। भौगोलिक पृष्ठभूमि के हिसाब से श्री दिगंबर नगर सबसे सटीक नाम है। यह न केवल तिजारा क्षेत्र व जिले की पहचान है बल्कि जैन समाज के अनुयायियों के लिए स्वर्णिम गाथा है। मेवात आरटीआई मंच के संस्थापक एवं राज्य पुरस्कार विजेता श्री राजूद्दीन ने बताया कि तिजारा शहर में भगवान श्री दिगंबर जैन का 200 साल पुराना प्राचीन ऐतिहासिक जैन मंदिर है जिसमें पूजा अर्चना करने के लिए की प्रदेशों के श्रद्धालु आते हैं। तिजारा हिंदू मुस्लिम आस्था का केंद्र बिंदु है। इसका नाम भर्तृहरि नगर करना कतई स्वीकार नहीं होगा। इसके लिए मेवात आरटीआई मंच एवं मौजी फाउंडेशन घागस बड़े आंदोलन चलाएगी। उन्होंने बताया कि अभी तो प्रधानमंत्री, केंद्रीय गृहमंत्री और मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजे हैं। इसके बाद राष्ट्रपति और राज्यपाल को भी ज्ञापन भेजे जाएंगे। इसके अलावा राजस्थान तिजारा की सीमा से हरियाणा का नूंह जिला सटा हुआ है। तिजारा हिंदू धर्मनगरी है जोकि मेवात क्षेत्र में है जहां मुस्लिम समुदाय के लोग भी भगवान श्री दिगंबर जैन को मानते आ रहे हैं। राज्य पुरस्कार विजेता श्रीमती सबीला जंग ने बताया कि तिजारा जिले का नाम भगवान श्री दिगंबर जैन के नाम पर रखने के लिए बड़े आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जा रही है और किसी भी सूरत में दूसरा कोई नाम न तो हिंदू धर्म स्वीकार करेगा ना ही मुस्लिम समुदाय। अगर एक सप्ताह के अंदर राजस्थान सरकार ने खैरथल-तिजारा जिले का नाम श्री दिगंबर नगर नहीं किया तो जैन समुदाय और मुस्लिम समुदाय मिलकर तिजारा, अलवर और जयपुर में धरना देगा। उन्होंने कहा कि अगर बात नहीं मानी गई तो धरना प्रधानमंत्री कार्यालय के बाहर भी दिया जाएगा। देश भर के जैन समाज के लोग मेवात के मुस्लिम समाज के लोगों के साथ मिलकर राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का घेराव करेंगे।
बन रही नगीना तिजारा सड़क : हरियाणा के नूंह जिले की तरफ से जिला तिजारा के लिए अरावली पहाड़ को काटकर सड़क बनाई जा रही है जिसका निर्माण कार्य कई साल से अधूरा पड़ा है। जबकि इस सड़क का आधा से ज्यादा कार्य हो चुका है। यह मुख्य सड़क भगवान श्री दिगंबर जैन के प्राचीन मंदिर को जोड़ने के लिए बनाई जा रही है। जिस पर राजस्थान सरकार जानबूझकर कर ध्यान नहीं दे रही है।
अलवर से अलग बना था जिला :- 4 अगस्त 2023 को जिला अलवर से अलग 35 लाख की आबादी में से एक नया जिला खैरथल तिजारा बनाया गया था। जिसे 2 साल बाद भाजपा सरकार ने नाम बदलने की घोषणा 7 अगस्त 2025 में की है। इसके बाद से राजस्थान सरकार के खिलाफ ही हिंदू मुस्लिम समुदायों का विरोध बढ़ता जा रहा है।
संगठनों ने किए थे आंदोलन :- साल 2023 में राजस्थान में कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार ने प्रदेशभर में 19 नए जिले बनाए थे। इन्हें मिलाकर राजस्थान में कुल जिलों की संख्या 50 हो गई थी। तिजारा को जिला बनाने के लिए सामाजिक संगठन मेवात आरटीआई मंच एवं मौजी फाउंडेशन ने कई अभियान चलाए और आंदोलन किए थे। इन आंदोलनों का असर विधानसभा और लोकसभा चुनाव में विशेष तौर पर देखने को मिला था।