विधायक ने मेवात मॉडल स्कूल पहुंच छात्रों से किया संवाद
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | नूंह विधायक चौधरी आफताब अहमद ने देश के प्रथम शिक्षा मंत्री, कांग्रेस के सबसे युवा राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे व स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मौलाना अबुल कलाम आजाद की 136वीं जयंती के अवसर पर उन्हें खिराजे अकीदत पेश की। इस दौरान विधायक ने उनके नाम से बने मानू संस्थान में पहुंचकर वहां के हालातों का निरीक्षण किया।
इसके पश्चात विधायक आफताब अहमद मेवात मॉडल स्कूल नूंह पहुंचे जहां उन्होंने छात्रों से बातचीत कर उनकी शिक्षा का जायजा लिया। अब इस स्कूल का नाम बदलकर गवर्मेंट मॉडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूल नूंह कर दिया है।
कांग्रेस विधायक आफताब अहमद ने कहा कि देश के प्रथम शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद ने स्वतंत्रता आंदोलन में पंडित नेहरू के साथ कंधे से कंधा मिलाकर संघर्ष किया। वह देश की स्वतंत्रता के बाद 12 वर्षों तक देश के शिक्षा मंत्री रहे। उन्होंने देश में नई शिक्षा नीति की आधारशिला रखी। वे साम्प्रदायिक सौहार्द के प्रबल समर्थक थे।
विधायक आफताब अहमद ने कहा कि भारत की आज़ादी में मौलाना आज़ाद के सहयोग को कभी भुलाया नहीं जा सकता। भारत की आजादी के बाद मौलाना अबुल कलाम भारत के पहले शिक्षा मंत्री बने और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग यूजीसी की स्थापना की थी। मौलाना आजाद 35 साल की उम्र में इंडियन नेशनल कांग्रेस के सबसे नौजवान अध्यक्ष बने थे। मौलाना अबुल कलाम आजाद को भारत रत्न से 1992 में मरणोपरांत सम्मानित किया गया था।
विधायक आफताब अहमद ने कहा कि मौलाना अबुल कलाम आज़ाद जैसे लोगों ने समाज, देश की आज़ादी, ख़ास तौर से समाजी यक्सानियत (समानता) के लिए लड़ाई लड़ी, ताकि आने वाले दिन रोशन और क़ौमी मफाद के हक़ में हों। उन्होंने कहा कि महान स्वतंत्रता सेनानी भारतरत्न अबुल कलाम आजाद जी का स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई में महत्वपूर्ण योगदान रहा है वे काफी विद्वान एवं ऊर्जावान नेता थे, वेr सत्याग्रह के अहम क्रांतिकारी नेता थे, उन्होंने आजादी की लडाई में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और उन्होंने देश में हिंदू-मुस्लिम एकता की नींव रखी। देशहित में उनके द्वारा किए गए कार्यों को भुलाया नहीं जा सकता, आज हम सभी को उनके कृतित्व व्यक्तित्व से प्रेरणा लेने की दरकार है।
विधायक आफताब अहमद ने कहा कि मौलाना अबुल कलाम आजाद को खिराजे अकीदत देने के लिए ही नूंह में उन्होंने अपनी कांग्रेस सरकार में मानू संस्थान बनवाया था जो दो छात्राओं से शुरू होकर आज खूब फल फूल रहा है। यहां काफी कोर्स अब कराए जा रहे हैं और स्थानीय छात्र छात्राएं इसका लाभ उठा रहे हैं।
दूसरी तरफ विधायक आफताब अहमद मेवात मॉडल स्कूल नूंह पहुंचे जहां उन्होंने छात्रों से मिलकर उसने पढ़ाई लिखाई के बारे में पूछा, शिक्षकों से बात की और स्कूल प्रबंधन के अधिकारियों से मुलाकात की। विधायक ने छात्रों और शिक्षकों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि जहां जरूरी होगा उनकी मांगों को सरकार के समक्ष में उठाया जायगा।
हालांकि विधायक आफताब अहमद मेवात मॉडल स्कूल की कार्यप्रणाली से खुश नजर नहीं आए उन्होंने बताया कि अहम विषयों के शिक्षकों के पद रिक्त पड़े हैं। पहले जब ये स्कूल मेवात डेवलेपमेंट बोर्ड व मेवात विकास एजेंसी द्वारा संचालित थे तो यहां शिक्षा की गुणवत्ता बेहतर थी लेकिन हरियाणा सरकार के शिक्षा विभाग के अधीन जाने के पश्चात यहां हालात सुधरने के बजाय खराब हुए हैं।
विधायक आफताब अहमद ने बीजेपी सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि इन स्कूलों में शिक्षकों की पूर्ति कर इनकी गुणवत्ता सुधारी जाय ताकि यहां के लोगों को सही तालीम मिल सके।