सतयुग दर्शन संस्थान ध्यान कक्ष अध्यात्म की अमूल्य धरोहर है

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सराय के विद्यार्थियों का सतयुग दर्शन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी का अवलोकन
City24news/जितेन्द्र सिंह
फरीदाबाद। राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सराय ख्वाजा फरीदाबाद के विद्यार्थियों और अध्यापकों ने सतयुग दर्शन ट्रस्ट फरीदाबाद के वसुंधरा परिसर में ध्यान कक्ष अर्थात समभाव समदृष्टि के स्कूल का अवलोकन किया। विद्यालय के प्रधानाचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा ने बताया कि ध्यान कक्ष का भूतल समभाव समदृष्टि का स्कूल है और सजन भाव के अध्ययन का केंद्र है एवम परस्पर आत्मीयता युक्त व्यवहार सीखने का पर्याय है। इस का प्रथम तल निर्गुण तल है और भूमि तल सर्गुण तल है। कार्यक्रम का संयोजन विद्यालय प्रबंधन, सतयुग दर्शन ट्रस्ट एवम जूनियर रेड क्रॉस और सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड के सौजन्य से किया गया। विद्यालय की जूनियर रेडक्रॉस और सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड प्रभारी प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा ने बताया कि उन्होंने कहा कि विद्यालय की बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों  ने सतयुग दर्शन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी भूपानी के उच्च शिक्षण संस्थान में उच्च शिक्षा के अंतर्गत कॉलेज में चल रहे कोर्सेज तथा अन्य डिप्लोमा व कोर्सेज जैसे बी टेक, बी बी ए, बी सी के, एल एल बी, बी फार्मा, अन्य अकेडमिक कोर्सेज व डिप्लोमा सहित दूसरे ऑप्शन्स  की भी जानकारी ली। प्राचार्य मनचंदा ने कहा कि यह ज्ञान विद्यार्थियों की काउंसलिंग के लिए बहुत लाभदायक रहा है इस से उन्हें बारहवीं उपरांत करियर चयन में सरलता होगी तथा इस अनुभव से सभी लाभान्वित होंगे। प्राचार्य मनचन्दा ने कहा कि विद्यालय के प्राध्यापकों प्रवीण कुमार, सुषमा, मीनाक्षी ने सतयुग दर्शन उच्च शिक्षण संस्थान के फैकल्टी मेंबर्स और स्टाफ सदस्यों के सहयोग से  सतयुगदर्शन ट्रस्ट के लेबोरेटरीज, ऑडिटोरियम, प्रवेश पर सात द्वार, ध्यान योग कक्ष, निर्गुण और सर्गुण कक्ष, प्रचंड ज्योति सहित संपूर्ण परिसर का भ्रमण किया। ट्रस्ट प्रबंधकों और फैकल्टी सदस्यों ने कहा कि इस स्कूल को प्रारंभ करने का मुख्य उद्देश्य मानव को सत कर्म, आत्मीयता अनुरूप सतयुगी भाव स्वभाव और अच्छा इंसान बनने के लिए प्रेरित करना है ताकि व्यक्ति आत्मिक शांति प्राप्त करने में सक्षम हो और परोपकार एवम पुरुषार्थ द्वारा अक्षय यश कीर्ति को प्राप्त करे। जीवन के विचारयुक्त मार्ग पर प्रशस्त रहते हुए मानव अपना घर सतयुग बनाने के साथ साथ कुल मानव जाति को एकता के सूत्र में बांध सकता है। प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा, स्टाफ सदस्यों एवं विद्यार्थियों ने और पुष्पा ने सतयुग दर्शन प्रबंधन समिति,  सतयुगदर्शन फैकल्टी तथा बिंदु मैडम का बहुत बहुत आभार व्यक्त किया।

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